अंडा। समस्त ग्रामवासी के तत्वाधान में ग्राम चीचा में भरदा खुर्द, अर्जुनी, नाहंदा, डगनिया, सकरौद, खप्परवाड़ा, देवरी (ख) (मानस आयोजक समिति) के संयुक्त तत्वाधान में तुलसी जयंती महोत्सव एवं रामचरित मानस मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संत पाटेश्वर धाम महात्यागी राम बालकदास महाराज जी रहे, अध्यक्षता जगदीश देशमुख राष्ट्रपति अलंकृत शिक्षक सम्मान,कार्यकारी अध्यक्ष तुलसी मानस प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़,विशिष्ट अतिथि लक्ष्मीनारायण गजभीम (सरपंच ग्राम पंचायत चीचा),उपसरपंच तेज राम साहू, जगदीश राम साहू (मानस मंच उद्घोषक, हास्य कवि,जसवंत सिन्हा (अधिवक्ता सामाजिक कार्यकर्ता, चीचा, गुण्डरदेही, प्रभुलाल निषाद (देवरी ख),लोकेश्वर प्रसाद चन्द्राकर, रोहित साहू जी (डगनिया), दुर्योधन साहू,तुलसी राम साहू मानसिंग सोनकर, डोमन सेन विजय साहू पंकज चौधरी, मुरलीधर उपाध्याय, विनय साहू ,गोकुल सिन्हा,अंगिरा सिन्हा,चेमन सिन्हा सहित अन्य गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।

इस अवसर पर जामडी पाटेश्वर आश्रम के संत श्रीराम बालक दास जी महात्यागी ने अपने छत्तीसगढ़ के आन बान शान को बनाए रखने मां कौशल्या मंदिर निर्माण को सन 2026 में पूर्ण करने 1 जून से लगातार छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों में मंदिर निर्माण सम्पर्क यात्रा को लेकर श्रीराम जननी मां कौशल्या की भव्य मंदिर निर्माण को कीर्ति को बताने व मंदिर निर्माण में सहभागी बनाने गांव गांव तक पहुंच रहे हैं, और बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या के पुत्र श्रीराम जी का पावन धाम अयोध्या में बन चुका है अब बारी है छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में मां कौशल्या जी के विराजमान होने की।
आप अन्य प्रदेशों में बनने वाले मंदिर निर्माण के लिए जब प्रेम से सहयोग करते हैं। ये तो आपके प्रदेश के सम्मान का विषय है आपके प्रदेश की बेटी मां कौशल्या अपने ही जन्म भूमि में अपने धाम के लिए क्यों तरसे। आप भी आइए और इस मंदिर निर्माण में सहभागी बनकर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाईये। इस बात को सुनकर बंधुओ के साथ माताए भी संकल्प करने मंच में पहुंचने लगती है। माताओं का आशीर्वाद धन राशि के रुप में मिल रहा है।
विनय साहू के द्वारा बाबा जी लाने मे विशेष योगदान रहा, छत्तीसगढ़ में श्री राम को भांजा मानने की परंपरा है
चार धाम के बाद संत श्री ने कहा कि भारत का पांचवा धाम माता कौशल्या का बने ऐसी मेरे मन की इच्छा है जिसे साकार करने आप सबके सहयोग की आवश्यकता है। उपस्थित श्रद्धालु भक्तों ने दोनों भुजाएं खड़ी कर सहयोग करने का सहमति प्रदान किया।

इस अवसर पर बहुत संख्या में भक्तों एवम माताओ, ने मां कौशल्या धाम के निर्माण के लिए अपने-अपने संकल्प राशि का दान किया। यात्रा में मुख्य प्रवक्ता संत श्री राम बालक दास जी ने कहा कि हम भगवान राम को अपना भांजा मानते हैं इसलिए छत्तीसगढ़ से करोड़ो रूपये अयोध्या भेजा गया ! लेकिन अब तीन युग से इंतजार कर रही हमारे छत्तीसगढ़ की बेटी माता कौशल्या के धाम के निर्माण का विषय है इसलिए समस्त छत्तीसगढ़िया अपने कमाई का एक हिस्सा छत्तीसगढ़ के मान संवर्धन हेतु मां कौशल्या धाम के निर्माण के लिए प्रदान करें।

अभी मंदिर निर्माण कार्य में 80 कारीगर एकरंगा लाल पत्थर को तरासने में लगे हुए हैं। मां कौशल्या मंदिर निर्माण कार्य की द्वितीय तल लोकार्पण की तैयारी जोरों से चल रहा है। आप भी जाकर उस निर्माण को सहजता से देख सकते हैं। इस अवसर पर बहुत संख्या में भक्तों एवं माताओ ने तीन वर्ष तक प्रतिवर्ष 1100, 1701, 5100 रूपये की राशि का संकल्प लिया। संत श्री ने सभी का रामनामी अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
