राजकुमार सिंह ठाकुर
पंडरिया । वन उपवन मंडल पंडरिया अंतर्गत वन भूमि पर खेत का रकबा निरंतर बढ़ते जा रहा है।इसका प्रमुख कारण शासन की पट्टा वितरण की नीति को माना जा रहा है।शासन द्वारा लंबे समय से पट्टा वितरण किया जा रहा है,जिसके कारण लोग वन भूमि पर अतिक्रमण करते हैं।अतिक्रमण के बाद पट्टा मिलने के कारण ही लोग वनों को काटकर खेत का रूप देते हैं।जिससे वन का रकबा निरंतर कम होते जा रहा है।पंडरिया उपवन मंडल के पूर्व रेंज के निगम क्षेत्र कक्ष क्रमांक 497 व 498 में 2करीब 82 हेक्टेयर वन भूमि पर पट्टा वितरण किया गया था।यह पट्टा लोगों को 2005 के पूर्व से काबिज मानकर दिया गया था,जबकि सच्चाई यह है कि आज भी इस जगह एक भी व्यक्ति की बसाहट नहीं है।बदौरा मार्ग पर गरगरा नामक ग्राम का बोर्ड लगा हुआ है,जहां जनसंख्या शून्य दर्शाई गई है,फिर किस आधार पर काबिज मानकर 82 हेक्टेयर(200 एकड़)से अधिक जमीन पर पट्टा दिया गया था।इसी प्रकार पूर्व में कक्ष क्रमांक 519 नागाड़बरा, जामुनपानी, सहित आस-पास में भी निस्तार के लिए आरक्षित भूमि पर जुताई कर दी गयी थी।वन विकास निगम द्वारा जिला कार्यालय के माध्यम से पट्टे वितरण के संबंध में पूर्व में आपत्ति लगाई गई थी,जिसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं किया गया।।
अपात्र लोगों को पट्टा वितरण – शासन द्वारा पट्टे का वितरण वन भूमि में करने के साथ अपात्र लोगों को किया जाता है।भूमिहीन लोगों को पट्टा वितरण करने के बजाय ऐसे लोगों को पट्टा वितरण किया जाता है।जिसके पास पूर्व से जमीन मौजूद है।शासन की इसी नीति के चलते लोग अलग-अलग जगहों पर कब्जा कर पट्टा लेते हैं।इसके अलावा शासकीय कर्मचारियों को भी उनके परिवार के लोगों के नाम पर पट्टा वितरण किया गया है।पूर्व में जितने भी पट्टे जारी हुए हैं,उसमें जंचन्की आवश्यकता है।यदि इन पट्टों का जांच किया जाता है तो अनेक अनियमितता सामने आएगी।
वन विभाग के कर्मचारियों की सहमति लेनी चाहिए – शासन द्वारा वन भूमि पर पट्टा बाटते समय निचले स्तर के कर्मचारियों व वन एवं राजस्व विभाग से सहमति नहीं ली जाती है।बिट गार्ड को यह पता ही नहीं रहता कि उनके क्षेत्र के जमीन में पट्टा वितरित किया गया है,इसी प्रकार एक पटवारी को भी यह पता नहीं रहता कि कहाँ के भूमि का पट्टा वितरण किया जा रहा है।पट्टा वितरण पूर्णतः राजनैतिक हो गया है,जिसके कारण विभागों को भी खबर नहीं होती है।
“पट्टा वितरण का कार्य शासन द्वारा परीक्षण कर किया जाता है,क्षेत्र में लकड़ी कटाई रोकने लगातार कार्यवाही की जा रही है।पिछले कुछ दिनों में अनेक कार्यवाही लकड़ी चोरी करने वाले व पेड़ों की कटाई करने वालों के विरुद्ध की गई है।
जशवीर सिंह मरावी, एसडीओ वन विभाग पंडरिया।