PM Modi Bastar visit: पीएम मोदी का बस्तर दौरा आज, नगरनार स्टील प्लांट को करेंगे देश को समर्पित

छत्तीसगढ़ में सभी राजनीतिक दलों की चुनावी सभा और तैयारियों जोरों पर हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को जगदलपुर दौरे पर आ रहे हैं। वो सेना के विशेष विमान से सुबह करीब 10:55 पर जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। पीएम के जगलपुर में दो कार्यक्रम होंगे। पहला कार्यक्रम सरकारी होगा, जिसमें वो विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इसके लिए दो मंच बनाए गए हैं। इसके बाद वो लालबाग मैदान में आमसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री 3 दिन के अंदर दूसरी बार छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। पीएम मोदी जगदलपुर के नगरनार स्टील प्लांट को देश को समर्पित करेंगे। नगरनार में बना एनएमडीसी का स्टील प्लांट देश के सबसे बड़े स्टील प्लांटों में शुमार है। 

पीएम मोदी का चौथा छ्त्तीसगढ़ दौरा  
पीएम मोदी का यह चौथा छ्त्तीसगढ़ दौरा है। 30 सितंबर 2023 को वे बिलासपुर के सीपत रोड स्थित साइंस कॉलेज मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किए थे। बीजेपी की परिवर्तन रथ यात्रा के समापन पर भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाए थे और छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर निशाना साधा था। ‘अउ नई सहिबो, बदल के रहिबो…’ का नारा दिया था। इससे पहले 14 सितंबर 2023 को पीएम रायगढ़ के कोड़ातराई में चुनावी सभा को संबोधित किए थे। इस दौरान छत्तीसगढ़ को कई केंद्रीय योजनाओं की सौगात दी थी। इसके पूर्व 7 जुलाई 2023 को प्रदेश की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किए थे। इस दौरान ‘बदलबो-बदलबो, ए दारी कांग्रेस सरकार ल बदलबो’ का नारा दिया था। 


बस्तर संभाग का राजनीतिक समीकरण 
आदिवासी बहुल बस्तर संभाग में कुल 7 जिले हैं। 7 जिलों के संभाग में यहां छत्तीसगढ़ की 12 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट है। बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीटों में 11 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और एक सीट सामान्य है। इनमें बस्तर, कांकेर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर की सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। वहीं जगदलपुर विधानसभा सीट सामान्य है। 12 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहीं से करारी हार का सामना करना पड़ा था और सत्ता गंवानी पड़ी थी। राजनीतिक दृष्टिकोण से बस्तर संभाग काफी अहम माना जाता है। कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी बस्तर से खुलती है। इसलिए माना जाता है कि अगर छत्तीसगढ़ में सरकार बनानी है, तो बस्तर किला पर फतह हासिल करना बहुत जरूरी है। प्रदेश में कुल 90 विधानसभा सीट हैं, जिनमें से 29 सीटें आदिवासियों के लिए सुरक्षित हैं और 29 में से 12 सीटें बस्तर संभाग से आती हैं। 15 साल तक सत्ता पर काबिज रही बीजेपी को साल 2018 में यही से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था, इसलिए बीजेपी में सत्ता पाने की बैचेनी है। बस्तर में बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओपी माथुर समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता दौरा कर चुके हैं और कर रहे हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी का बस्तर दौरा भी बेहद अहम माना जा रहा है।