सोनपुर ग्लेजिंग यूनिट से कुम्हारों के हाथों को मिली मशीनों की मदद…..बहुत जल्द यहाँ बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे मिट्टी के बर्तन


राजू वर्मा,पाटन। वैसे तो छत्तीसगढ़ के कुम्हार हुनरमंद हैं. लेकिन यदि हुनर के साथ-साथ थोड़ी मदद मशीनों से मिल जाए तो बात ही क्या. प्रदेश की माटी को आकार देने वाले कुम्हारों के लिए भी प्रदेश सरकार ने इंतजाम किए हैं,
कुम्हारों के लिए ग्लेजिंग यूनिट की स्थापना करना सरकार का मकसद था. दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के सोनपुर में शासन ने ग्लेजिंग यूनिट की स्थापना को साकार किया. जिसकी सहायता से कुम्हार अब अपनी कला को मशीनों के माध्यम से सवार रहे हैं। और बहुत जल्द ही यहाँ मिट्टी के बनाये बर्तन बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।

अब तक 31 कुम्हार हो चुके हैं ट्रेन…..
ग्लेजिंग यूनिट का उद्घाटन विगत दिनों मुख्यमंत्री के हाथों हुआ,और एक महीने के भीतर ही यूनिट में अब तक 31 कुम्हारों को प्रशिक्षित ट्रेनर के द्वारा ट्रेनिंग देकर उन्हें ट्रेन किया जा चुका है,अब वे चार प्रकार के कुल्हड़ थाली कटोरी गिलास टी सेट कढ़ाई तवा दिया आदि बनाने में निपुण हो चुके हैं,बहुत जल्द कुम्हारों के उत्पादों का डिस्प्ले भी इसी यूनिट में देखने को मिलेगा।

ग्लेजिंग यूनिट से ये हुआ फायदा : सोनपुर के कुम्हार पहले से ही परंपरागत तरीके से मिट्टी के बर्तन बनाते थे लेकिन ग्लेजिग यूनिट में लगी आधुनिक मशीनों की मदद से कुम्हार कम समय में मिट्टी की सुंदर सामग्री तैयार कर पा रहे हैं।कम मेहनत और कम लागत में वे मिट्टी के बर्तन तैयार कर पा रहे हैं.बाल मिल, ब्लेंजर, एजिटेटर, फिल्टर प्रेस मशीनो के माध्यम से माटीकला का कार्य सहज हो जाता है.
मशीनों की मदद से एक दिन में एक व्यक्ति द्वारा 700 नग कुल्हड़ या 500 दिये या 200 थाली बना रहे हैं।

क्या कहते हैं कुम्भकार….
“ग्लेजिंग यूनिट में हमें जो प्रशिक्षण प्राप्त हुआ उससे हमारी कला में निखार तो आया ही साथ ही यहाँ कम मेहनत में ज्यादा उत्पाद बना रहे हैं”-श्रीमती रूखमणी कुम्भकार, सोनपुर

“हम पहले दिए और मिट्टी के घड़े बनाया करते थे,यहाँ प्रशिक्षण लेकर मशीनों की मदद से कम समय मे ही थाली गिलास कुल्हड़ आदि बना रहे हैं, और इन्हें बाहर जाकर बेचने की आवश्यकता नही है”-खेमिन कुम्भकार, सोनपुर

माटीकला बोर्ड के प्रबंधक जी एस गोखले ने कहा कि
”हमारी लोककला में बड़ी संभावनाएं हैं और इनके पूर्ण दोहन के लिए माटीकला बोर्ड के माध्यम से ग्लेजिंग यूनिटों को प्रोत्साहित करने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है.”सोनपुर ग्लेजिंग यूनिट में बने उत्पाद बहुत जल्द यूनिट में ही बिक्री के लिये उपलब्ध होंगे,,साथ ही बाहर भी उत्पादों की बिक्री की जाएगी।