प्रेस क्लब ऑफ कुम्हारी ने मनाया श्रमिक दिवस, श्रमिकों को शॉल श्रीफ़ल भेंट कर किया गया सम्मानित

राकेश कुमार

कुम्हारी। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 1 मई को श्रमिक दिवस पर गरिमामयी आयोजन प्रेस क्लब भवन कुम्हारी में संम्पन्न हुआ। प्रेस क्लब ऑफ कुम्हारी के संरक्षक डॉ. मोहन आनंद एवं बीमा सलाहकार नोहर दास मानिकपुरी ने श्रमिकों को शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं सम्मान राशि देकर श्रमवीर सम्मान 2024 से सम्मानित किया।

कहते हैं चाह जहां राह वहां अर्थात अगर इरादे पक्के हों, जीवन मे कुछ करने का माद्दा हो और मेहनतकश हो तो जीवन के रास्ते स्वतः ही आसान हो जाते हैं और कोई शारीरिक अशक्तता भी आड़े नहीं आती , ऐसे ही कर्मठ और समाज को प्रेरणा देने वाली शख्शियतों को ढूंढकर प्रेस क्लब कुम्हारी द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाता है।
संरक्षक डॉ. मोहन आनंद ने अपने उद्बोधन में कहा कि- सत्य के मार्ग पर कठिनाइयां अनेक हैं किंतु उन बाधाओं को पार करने की अद्भुत जिजीविषा से समाज मे अपने तथा परिवार के अस्तीत्व को सम्मानजनक बनाये रखना इस श्रमवीरों का यह प्रयास समाज मे सभी के लिए प्रेरणास्पद है। ऐसे प्रेरणादायक श्रमवीरों को सम्मान देकर न केवल नगर, समाज अपितु हमारी संस्था भी गौरान्वित हुई है। नोहर दास मानिकपुरी ने कहा कि मैं स्वयं भी एक मजदूर परिवार से आता हूँ मुझे इस बात का भान है कि अभाव और परिवार की जरूरतों के बीच कितना जद्दोजहद करना पड़ता है तब जाकर जीवन की गाड़ी चल पाती है।

प्रेस क्लब के अध्यक्ष विक्रम शाह ठाकुर ने दोनों श्रमवीरों के जीवन संघर्ष की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि 77 वर्षीय आर एन पात्रा जी विज्ञान में स्नातक हैं एक निजी कंपनी में कार्यरत थे साथ ही संगीत के भी जानकार हैं कंपनी के बंद हो जाने के बाद उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को संगीत सिखाना प्रारम्भ किया लेकिन आधुनिकता के इस दौर में उन्हें उतना काम नही मिल पाया जिससे परिवार का भरण पोषण हो सके अतः उन्होंने जगह-जगह पड़े कबाड़ की चीजें इकट्ठा करना प्रारम्भ किया और माहभर में इकट्ठा कबाड़ को बेचकर इसकी पूर्ति करते हैं । उनका कहना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता अगर अपनी मेहनत से कोई भी काम करते हैं तो उसमें शर्म कैसी अभी वे संगीत शिक्षक के साथ ही शेष समय मे जगह जगह से कबाड़ इकट्ठा कर उसे बेचते हैं उन्होंने कहा कि इससे वे स्वक्षता का संदेश भी लोगों तक पहुंचाते हैं , वहीं ग्राम परसदा निवासी मुकेश कुमार यादव बचपन से ही शारीरिक रूप से विकलांग हैं तीन भाई बहन और माता पिता का संयुक्त परिवार हैं सभी भाई मजदूरी करते हैं इन्होने कभी अपनी विकलांगता को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और गांव में ही छोटे से दुकान में अपना व्यवसाय करते हैं कोरोना की विभीषिका में जहां एक ओर सारा व्यवसाय बंद था ऐसे में भी वे एक झोले में सामान रखकर गांव में बेचा करते थे । अपनी मेहनत से ये समाज में लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं।
संस्था के सुरेश वाहने ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस और श्रमिकों की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सचिव रविन्द्र कुमार थापा ने एवं आभार प्रदर्शन कोषाध्यक्ष खिलेश्वर साहू ने किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के समस्त पत्रकार साथी उपस्थित रहे।