केसरा। ग्राम केसर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 5:00 बजे प्रभात फेरी के साथ हुआ। एनएसएस वॉलिंटियर्स के द्वारा प्रभात फेरी के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया गया। प्रातः 8:30 परियोजना कार्य के लिए सर्वप्रथम ग्राम की तरह के गठन का भ्रमण कर साफ सफाई एवं पौधों के चारों ओर खरपतवार निकालने का कार्य किया गया, साथ ही चलित पशु चिकित्सा इकाई द्वारा निशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें गे बल एवं बकरी उपचार कृमि नाशक दवा खिलाने एवं कीटनाशक दवाई पिलाई गई।
इस शिविर के द्वारा 16 पशुओं का उपचार 34 पशुओं को कृमि नाशक एवं 54 पशुओं को चीनी नाशक दवाई पिलाई गई। इस शिविर में सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स एवं अधिकारी एवं कर्मचारियों एवं ग्रामीण पशुपालकों का सक्रिय योगदान रहा। ग्राम प्रमुख भागवत राम सिंह सरपंच का विशेष सहयोग रहा उन्होंने सभी एनएसएस यूनिट को गठन भ्रमण कराया साथ ही मैदान में उपलब्ध सुविधा की जानकारी प्रदान की गई 10 50 शान द्वारा संचालित बड़ी योजना के माध्यम लगाए गए नर्सरी साग सब्जी फूल की खेती कला नर्सरी अमरूद का बागान आदि प्रत्यक्ष पहुंचकर नस के विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की गई। उसके बाद ग्रामीणों के सामूहिक दहन का भ्रमण किया गया वहां जानवरों के उपचार एवं वैक्सीनेशन में सहयोग प्रदान किया एनएसएस के एक ग्रुप के माध्यम से साल परिसर एवं बाजार चौक में साफसफाई का कार्य किया गया।
नस का एक दल ने सोल्पाहार एवं भोजन बनाने सही समय पर भोजन करने का कार्य सुचारू रूप से संपन्न किया। सा यूनिट परियोजना कार्य उपरांत स्नान ध्यान के साथ भोजन कर दोपहर 2:30 बजे बौद्धिक परिचर्चा का संचालन किया गया। बौद्धिक परिचर्चा के प्रथम समय में मुख्य अतिथि के रूप में पाटन से चालित पशु चिकित्सा इकाई से डॉक्टर प्राची यादव, नीरज महतो (सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकार) समीक्षा ताम्रकार (सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी ) उपस्थित रहे।
साथ ही शासकीय महाविद्यालय पाटन से डॉक्टर नंदा गुरवारा प्राचार्य बीएम साहू वरिष्ठ प्राध्यापक गौरव शर्मा सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहे। साथ ही संस्कार गायत्री परिवार पाटन से एस आर बंदे गायत्री परिवार प्रमुख पाटन पंचराम साइन गायत्री परिवार सदस्य पाटन हेमराज निर्मलकर गायत्री परिवार युवा प्रभारी रुक्मणी निर्मलकर गायत्री परिवार नई प्रभारी श्रीमती देव चंद्राकर गायत्री परिवार रानी तराई ओमप्रकाश चंद्राकर गायत्री प्रयापीठ रानीतराई एवं मदन लाल यादव गायत्री प्रयापीठ केसर दृष्ट सदस्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
बौद्धिक परिचर्चा के दौरान सहायक पशु क्षेत्र अधिकारी सुश्री समीक्षा निर्मलकर द्वारा मछली पालन बकरी पालन गाय पालन भैंस पालन कुकुर पालन एवं संरक्षण के उपाय के बारे में जानकारी प्रदानकी गई। उन्होंने गायब बेल बकरी में होने वाली प्रमुख बीमारी लंपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई साथ उनके कैसे जानवर बचाया जाए इसकी घरेलू उपचार एवं दवाई एवं वैक्सीनेशन को बताया।
नीरज महतो द्वारा मछली पालन गाय पालन सूअर पालन कुकुर पालन के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई साथ में विद्यार्थियों द्वारा प्रश्न पूछे गए एवं उनका समाधान भी बताया इसके पश्चात डॉक्टर प्राची यादव पशु चिकित्सा में कुत्ते बिल्ली के काटने से कैसे बच्चे एवं उनसे होने वाली बीमारियों के लक्षण रेबीज का टीका कैसे कब लगाया जाए आदि की जानकारी दी गई साथ ही साथ गाय के थन में होने वाले थनैला बीमारी का विशेष रूप देसी इलाज के साथ देखभाल कैसे की जाए जानकारी दी गई।
पशु के इलाज एवं उपचार के लिए शासन द्वारा जानकारी हेल्पलाइन नंबर 1965 तथा प्रमुख केदो की जानकारी पशु चिकित्सा इकाई के माध्यम से बताई गई तक पश्चात डॉक्टर गौरव शर्मा सहायक अध्यापक वाणिज्य के द्वारा डिजिटल भारत एवं युवा को जोड़ते हुए या निर्देशित करते हुए डिजिटलाइजेशन के उपयोग व महत्व एवं उनके होने वाले नुकसान से एनएसएस यूनिट का ध्यान आकर्षित किया।
डॉ नंद गुरवारा प्राचार्य शासकीय चंदूलाल चंद्र करिश्मा को उत्तर महाविद्यालय पाटन दूरी छत्तीसगढ़ में नस ऑल इंटीरियर संतुलित आहार एवं पोषण की जानकारी प्रदान की तथा विद्यार्थी व्यास पूछे गए प्रश्नों का विचार एवं उच्चतम भोजन एवं स्वस्थ जीवन जीने के लिए पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी। उन्होंने नस विद्यार्थियों को फ्रूट वितरण केला संतुलित व पौष्टिक आहार ग्रहण करने के लिए संदेश दी गई। बौद्धिक परिचर्चा के द्वितीय चरणों में से बंधे गायत्री परिवार प्रधान द्वारा नशा मुक्ति भारत बनाने में युवक के योगदान की ओर इंगित किया साथ ही युवाओं को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहन प्रदान किया गया। तत्पश्चात हेमराज निर्मलकर गायत्री परिवार युवा प्रभारी द्वारा युवाओं को व्यक्तिगत निर्माण कैसे करें उसकी जानकारी विस्तार से दी गई।
उन्होंने अनुशासन संतुलित आहार ईमानदारी समय पालन सद्भाव शिक्षा भाव एवं व्यक्ति के अन्य नैतिक मूल्य के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
श्रीमती रुक्मणी निर्मलकर नारी जागरण प्रमुख गायत्री परिवार के नारी उत्थान कैसे की जाए। समाज में नारी के महत्व नारी के बिना नारी के विकास अभाव में देश पर पड़ने वाले प्रभाव को विस्तार से समझाया। उसके बाद गायत्री परिवार एवं एनएसएस इकाई के द्वारा नशा मुक्त भारत के लिए रैली निकाली गई।
बौद्धिक परिचर्चा के तुरंत बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें गायत्री परिवार से आए हुए सभी प्रमुख जैन एवं माता ने भजन कीर्तन एवं दीप प्रजाबलन कर विद्यार्थियों को आध्यात्मिक एवं ईश्वर से जुड़ने एवं आत्मा साथ करने हेतु प्रोत्साहित अध्यापक संदेश प्रदान किया।