भाई बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

पंडरिया। नगर सहित क्षेत्र में भाई बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।बहनों ने भाइयों के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर सुरक्षा का वचन लिया।दोपहर डेढ़ बजे तक भद्रा काल होने के कारण दोपहर बाद राखी बांधा गया।राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर डेढ़ बजे से होने के कारण राखी बांधने का दोपहर तक इंतजार करना पड़ा।जो देर शाम तक जारी रहा।साथ ही ब्राम्हणों ने भी यजमानों को रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया।

रक्षाबंधन का अर्थ है ‘सुरक्षा का बंधन’।रक्षाबंधन के पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी यानी रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को सुरक्षा और मदद प्रदान करने का वचन देते हैं।रक्षाबंधन को हिंदू त्योहार माना जाता है।इसे भाई और बहन के बीच प्यार और सम्मान के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राजसूय यज्ञ के समय द्रोपदी ने भी श्रीकृष्ण को रक्षासूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था।जिसके बाद से बहनों द्वारा भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हुई।लेकिन
बदलते वक्त के साथ इसमें गिफ्ट्स देने की परंपरा भी शुरू हो गई है।भाई अक्सर अपनी बहनों को पैसे या उपहार देकर उनके प्रति अपना प्यार दिखाते हैं।