पंडरिया।ब्लाक अंतर्गत अलग-अलग गांवों में पिछले सप्ताह भर से बेमौसम बरसात व ओला वृष्टि ही रही है।जिसके चलते क्षेत्र में लगे रबी फसल को नुकसान पहुंचा है।कुंडा के आस -पास ओड़ाडबरी,लोखान,भरेवापुरन,माकरी,खूंटा,देवगढिया,कंवलपुर,सुकली गोविंद,पेंड्री,रापा, खैलटुकरी,बसनी, दुल्लीपार हथमुडी,बोडतरा,छितापर,खरहट्टा में तिवरा,चना,धनियां,मसूर आदि की फसल चौपट हो गयी है।
वहीं पंडरिया के आस-पास पाढ़ी,डोमसरा,पिपरखूँटी,पडकी,धोबघट्टी,खैरझिटी, कुम्ही,रुसे,मोहगांव,सोनपुरी,पौनी सहित अनेक गांवों में गेहूँ व चना का फसल प्रभावित हुआ है।किसान अब मुवावजे की राह देख रहे हैं।विगत दिनों कुंडा के आस-पास ओला वृष्टि हुई थी, वहीं रविवार शाम व रात में पंडरिया व आस-पास भी ओला वृष्टि हुई है।आगे भी मौसम साफ नहीं रहने के संकेत दिखाई दे रहा है।आने वाले कुछ दिनों तक मौसम खराब रहने की बात मौसम विभाग द्वारा कही जा रही है।

गेंहू के दाने काले पड़ रहे-गेंहू के फसल लगभग तैयार हो चुका है।अधिकतर गेंहू कटने की स्थिति में हैं।किंतु मौसम के कारण नहीं कट पा रहे हैं।लेकिन लगातार सप्ताह भर से रुक-रुक कर हो रही बारिश से गेंहू के खड़े फसल के दाने काले पड़ने लगे हैं।यदि यह बरसात जारी रही तो फसल खराब हो सकता है।इसी प्रकार चने के दाने नहीं पक पाए,तिवरा भी खेतों में काले पड़ गए।कई किसान तिवरा को खेतों में ही छोड़ दिये हैं।

“चने के कुल रकबे में से 70 प्रतिशत की कटाई हो चुकी है।जिन फसलों का बीमा हुआ है ,किसान टोल फ्री नंबर में काल कर नुकसान की जानकारी दे सकते हैं।नुकसान का आंकलन करने के लिए राजस्व विभाग द्वारा पटवारी के माध्यम से सर्वे कराया जाता है,तिवरा व धनियां के फसलों के नुकसान का पता लगाया जाएगा।”
सुरेश चंद्र प्रसाद,वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पंडरिया।