बिजली ऑफिस पहुंचकर बिजली कनेक्शन काटने की मांग,लगातार बिजली बंद से हैं परेशान,जेई पर दुर्व्यवहार का आरोप


पंडरिया-बिजली बंद से परेशान डोमसरा के ग्रामीणों ने 132 केवी कार्यालय पहुंचकर बिजली व्यवस्था में सुधार की मांग की।ग्राम डोमसरा में 132 केवी विद्युत सब स्टेशन स्थित है।जहां से पूरे ब्लाक को बिजली सप्लाई होती है,किन्तु डोमसरा में बिजली अधिकतर समय बंद रहती है।बुधवार शाम से बिजली बंद थी लेकिन गुरुवार दोपहर तक इसमे सुधार नहीं किया गया,जिसके बाद ग्रामीणों ने बिजली ऑफिस का रुख किया।बिजली ऑफिस में कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने दूरभाष के माध्यम से अधिकारियों से बात हुआ।डोमसरा के ग्रामीणों ने बताया कि प्रायः गांव में बिजली बंद रहती है तथा शिकायत के दो -तीन बाद भी बिजली में सुधार नहीं किया जाता है।डोमसरा का बिजली खरहट्टा सब स्टेशन से आता है।जबकि गंव में 132 केवी का सब स्टेशन है।ग्रामीण लंबे समय से डोमसरा में ही एक फीडर देने की मांग कर रहे हैं।किंतु बिजली विभाग इस ओर ध्यान नही दे रहा है।ग्रामीणों ने सब स्टेशन निर्माण के समय यह सोचकर अपनी निजी जमीन को दिया था कि बिजली सब स्टेशन बनने के बाद बिजली की समस्या से निजात मिलेगी।किन्तु गांव में सब स्टेशन होने के बाद भी यहां बिजली नहीं मिल रही है।
गांव से बिजली काटने की मांग-कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों से दिए गए आवेदन में बताया कि कार्यलय में जाने पर कोई अधिकारी नहीं मिले जिसके पश्चात जेई सोनवानी से दूरभाष से संपर्क किया गया।ग्रामीणों ने बताया कि जेई द्वारा समय मिलने पर बिजली सुधार करने की बात कहते हुए दुर्व्यवहार किया गया।ग्रामीण इससे आक्रोशित होकर गांव के सभी कनेक्शन काटने के लिए आवेदन सौपा।इससे पूर्व दो माह पूर्व भी ग्रामीणों द्वारा कार्यालय का घेराव किया गया था,जिसके बाद आज तक व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया।ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही सुधार नहीं होता है तो सभी ग्रामीण अपने घरों से बिजली कनेक्शन कटवाएंगे।ग्रामीणों के कार्यालय पहुंचने पर पुलिस बल भेज दिया गया।जिस पर ग्रामीणों ने कहा कि बिजली बनाने के लिए हप्ते भर बाद पहुंचते हैं,जबकि मांग करने आफिस आने पर आधे घण्टे में पुलिस बल भेज दिया गया।इसी गति से बिजली सुधार होता तो कार्यालय आने की जरूरत नहीं होती।
10 दिन बाद हुआ सुधार शाम को फिर बंद– डोमसरा स्थित स्कूल में बिजली करीब 15 दिन बंद रही। बिजली बंद होने के कारण स्कूली बच्चों को भी उमस भरी गर्मी से परेशान होना पड़ता है।स्कूल परिसर के पास लगे खंभे में कार्बन आया हुआ था।जिसकी शिकायत 8 सितम्बर को किया गया था।जिसका सुधार 20 सितम्बर को किया गया।बिजली बंद होने के कारण गांव के प्राथमिक व मिडिल स्कूल के बच्चों को पीने का पानी नहीं मिल पाता है।बच्चे मध्यान्ह भोजन हेतु थाली धोने के लिए तालाब जा रहे हैं।जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालन अभियंता एके सिंह ने बताया कि सुधार करवाया जा रहा है।ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर स्थायी व्यवस्था की जाएगी।डोमसरा ग्राम के लिए एक सप्ताह के भीतर ग्रामीण फीडर से बिजली प्रदान की जाएगी।