पाठकों की पाती : फादर्स डे पर विशेष कविता : एक खूबसूरत रिश्ता मेरे पापा से….

एक खुबसुरत रिश्ता मेरे पापा से
मेरी हार जीत के होते हैं,
जीवन के हर पहलु में मेरे साथ
मेरा यही एक खुबसुरत रिश्ता
मेरे पापा से …
मेरे सपनो को हौसला देकर,
मुशकिलो से लड़़ कर दिया मुझे उड़ान
मेरा यही एक खुबसुरत रिश्ता
मेरे पापा से…
टुटे हारे अधिर हृदय में
वेदना से भरे मन में,
खुशीयो का मरहम देने वाले ,
मेरा यही एक खुबसुरत रिश्ता
मेरे पापा से ..
ईश्वर का दिया नायाब तोहफा
हाथो को थाम कांटो से भरे,
रास्तों में भी चलना सिखाने वाले
मेरा यही एक् खुबसुरत रिश्ता
मेरे पापा से।

नाम-अनिता वर्मा
पिता- श्री दौलत राम वर्मा
ग्राम – बठेना, पाटन