कोण्डागांव । शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मर्दापाल उपतहसील में बने आवर्ती चराई का गोठान का शुभारंभ किया जहां उन्होने 25 हेक्टेयर में फैले इस गोठान में संचालित 10 प्रकार की गतिविधियों का अवलोकन किया। जिसमें 10 हेक्टेयर में आजीविका गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इस गोठान में उन्होने गोपालन, मछली पालन, सुकरपालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, तिखुर, हल्दी एवं अदरक उत्पादन, मशरूम उत्पादन, गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, चारा एवं सब्जी उत्पादन का अवलोकन कर कहा कि राज्य शासन द्वारा आवर्ती चराई गोठान के निर्माण के समय जो संकल्पनायें की गई थी वह सभी मर्दापाल गोठान में साकार होते दिख रहीं है। यह गोठान पूरे प्रदेश के लिए आदर्श आवर्ती चराई गोठान बनेगा। यहां गांव से आये मांझी चालकी द्वारा मुख्यमंत्री को परंपरागत पगड़ी भी पहनाई गई साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा सरई, छिन्द और जामुन के पत्तों के बने चौपाल में बैठ कर ग्रामीणों से चर्चा की गई।
बायो फ्लॉक द्वारा मत्स्य उत्पादन की सराहना की
मुख्यमंत्री द्वारा मर्दापाल गोठान में बायो फ्लॉक द्वारा मछली उत्पादन को देखकर नवाचारी प्रयोग की सराहना करते हुए कहा कि इतने कम क्षेत्रफल में अधिक उत्पादकता वाली विधि को प्रदेश के अन्य गोठानो में भी उपयोग में लाया जाना चाहिए तथा इसे बड़े पैमाने पर करने के लिए उन्होने अनुशंसा की।
गोठान समिति की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का जताया आभार”
इस अवसर पर मर्दापाल गोठान समिति की अध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से बात करते हुए गोठान निर्माण के लिए आभार जताते हुए इसके निर्माण को क्षेत्र की महिलाओं के लिए लाभप्रद बताया। मुख्यमंत्री द्वारा गोठान समिति की महिलाओं से बात कर गोठान को आगे बढ़ाने को कहा गया।
कड़ेनार सरपंच द्वारा संवेदनशील ग्राम की विकास यात्रा से अवगत होकर मुख्यमंत्री ने जताया हर्ष
भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बघेल को कोण्डागांव के मर्दापाल सरपंच शंकर वट्टी ने बताया कि उनका गांव कोण्डागांव जिले के सबसे सुदूर अंचल में बसा एक अतिसंवेदनशील गांव है जहां नदी के प्रवाह के कारण सड़को के ना होने से विकास अछुता रहा था परंतु वर्तमान शासन द्वारा अतिंम व्यक्ति तक पहंुुच बनाते हुए उनके नेतृत्व में ग्राम कड़ेनार में स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन एवं पीडीएस दुकाने निर्मित की जा रही है एवं नवीन छात्रावास भी बच्चो के लिए प्रस्तावित किया गया है।जिससे इस संवेदनशील ग्राम में भी विकास हो रहा है। यह सुनकर मुख्यमंत्री बघेल ने सरपंच को बधाई देते हुए गांव के विकास पर हर्ष जताया। सरपंच द्वारा ग्राम के लिए सड़को की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा दोनो विधायको एवं कलेक्टर को तुरंत सड़क के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार कर निर्माण करने को कहा।
ग्रामीणों के मांग पर मुख्यमंत्री ने नगद तेंदुपत्ता खरीदी की घोषणा की
भेंट मुलाकात के दौरान ग्रामीणों द्वारा मर्दापाल में नगद तेंदुपत्ता संग्रहण राशि के भुगतान की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा मांग को स्वीकारते हुए तेंदुपत्ता की नगद भुगतान की घोषणा की गई। इस अवसर पर कुरूसनार की बालिका द्वारा जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया कि उसके साथ न्याय होगा इसके लिए उन्होने कलेक्टर को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री को ग्रामीणांे ने दी जंगल से लाई चिरौंजी, तेंदु एवं छिन्द फलो की टोकरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रवास के दौरान मर्दापाल की केसरबती ने चिरौजीं , लखापुरी के कान्तुराम ने जंगल से लाये गये तेन्दु एवं मेंडपाल के विष्णु ने छिन्द से भरी टोकरी भेंट की जिसपर मुख्यमंत्री द्वारा पुछे जाने पर उन्होने बताया कि उन्होने मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर सुबह सुबह जंगल पहंुच तीनो फलो को लाया था यह फल बस्तर की विशेषता होने के साथ यहां की संस्कृति के परिचायक भी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा मर्दापाल की होनहार हॉकी खेलने वाली बालिकाओं को हॉकी किट, 19 लोगो को वनाधिकार पत्र, 23 बिहान समूह की महिलाओं को चेक, तेंदुपत्ता संग्राहकों को शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदुपत्ता संग्राहक योजना की बीमा राशि, किसानो को किसान क्रेडिट कार्ड ऋण का नगद भुगतान किया गया। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज, हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप, विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम, मुख्य सचिव अमिताभ जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्य नागरिक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।