अपनी छ: सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

आशीष दास

बोरगांव । छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनवाडी महिला कार्यकर्ता साईं का संघ के प्रांतीय आह्वान पर जिले भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं द्वारा छः सूत्रीय मांगों को लेकर 08 जुन बुधवार को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर फरसगांव एवं बड़ेडोंगर के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका परियोजना मुख्यालय फरसगांव और बड़ेडोंगर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम फरसगांव एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।

इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं विगत कई वर्षों से अपनी मांग को लेकर शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश किए लेकिन आश्वासन के अलावा हमारी समस्याओं को कोई निराकरण नहीं किया गया। हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 8 जून बुधवार को एक दिवसीय अवकाश लेकर चुनावी वायदा पूरा नहीं किए जाने अपने छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।

हमारी प्रमुख मांगे शिक्षाकर्मियों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के लिए भी नीति बनाकर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन एवं कलेक्टर दर पर मानदेय दिए जाने।

सामाजिक सुरक्षा के रूप में मासिक पेंशन और समूह बीमा योजना हेतु नीति निर्धारण कर इसको लाभ दिलाने, साथ ही सेवानिवृत्त और मृत्यु होने पर कार्यकर्ता को 5 लाख एवं सहायिकाओं को तीन लाख राशि का एकमुश्त भुगतान किए जाने।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सुपरवाइजर के रिक्त पद पर शत प्रतिशत बिना उम्र वचन के और बिना परीक्षा के लिया जाए। इसी तरह सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर लिया जाए 25% का वचन समाप्त किया जावे इसे तो विभागीय भर्ती नियम में संशोधित किया जाए।

मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पूर्ण आंगनबाड़ी बनाने एवं केश कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर समाहित किया जाए। प्रदेश स्तर में रिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।

विभागीय पोषण ट्रैकर कार्य को ऑनलाइन कराने हेतु कार्यकर्ताओं को अनिवार्य रूप से मोबाइल प्रदान किया जावे तथा समय-समय पर मोबाइल रिचार्ज कराने हेतु रिचार्ज भत्ता दिया जाए जब तक यह पता नहीं किए जाने जाने तब तक ऑनलाइन कारें कराने हेतु किसी प्रकार का दबाव ना बनाया जाए।

इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि छग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ द्वारा आयोजित चरणबद्ध आंदोलन के बाद भी उनकी मांगों को नहीं माना गया तो अनिश्चितकाल हड़ताल की तैयारी करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन को होगी।

इस दौरान मुख्य रूप से श्रीमती सुमित्रा मंडावी, पंच कुमारी नेताम, उर्मिला मरकाम, द्रोपदी पांडे, राधिका साहू, लक्ष्मी ठाकुर, मंजू कुलदीप, मुन्नी मंडावी, मगनतीन मंडावी, सुनीता भारद्वाज सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं मौजूद रहे।