ग्रामीणों में व्याप्त दहशत एव उनके भावनाओं का सम्मान करते हुए किसी को भी खनिज लीज न दे प्रशासन, ग्रामीणों ने बताई अपनी समस्या

*जिला पंचायत सदस्य हर्षा चंद्राकर ने किया ग्राम पंचायत गोंड पेंड्री का निरीक्षण*

पाटन। जिला पंचायत के सदस्य हर्षा चंद्राकर ने बताया कि गांव में खदान खोलने दिए जा रहे एन ओ सी एव इससे होने वाले दुष्परिणाम को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा दिये ज्ञापन पर ग्राम पंचायत गोंड पेंड्री का निरीक्षण किया, इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण जन भी साथ मे रहे।

उन्होंने बताया कि जिस तरह से ग्राम पंचायत गोंडपेंड्री में पूर्व में खदानों के लिए लीज दिया गया है बस्ती के नजदीक में खदाने संचालित हो रही है गांव के निवासियों में भय ब्याप्त है। आज जब इस क्षेत्र का निरीक्षण किया तो पता चला कि ग्राम पंचायत के पूर्व पदाधिकारियों एव खनिज विभाग की लापरवाही पूर्वक लीज देने से ग्राम को एव ग्राम के निवासियों को किस कदर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और जिस प्रकार से थोड़े से लाभ के लिए वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा अनवरत एन ओ सी देने की प्रक्रिया की जा रही है उससे ग्राम के निवासियों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रही है। बस्ती के नजदीक में संचालित सभी खदानों में बोर ब्लास्टिंग की जा रही है जिससे घरो में दरार आ रही है घरो में निवासरत लोग दहशत की जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे है, बच्चों के खेलने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है, पेयजल की संकट बढ़ते जा रहा है तालाब जैसे निस्तारी की जगह सूखने लगे है ग्राम का श्यामशानघाट चारो तरफ से खदानों के बीच घिर गया है जिससे आने वाले समय मे लोगो को अंतिम यात्रा के समय श्यामशनघाट जाने में भी दहशत के माहौल से गुजरना पड़ सकता है। बहुत जल्द और भी कई प्रकार की समस्या से गुजरना पड़ सकता है।

उन्होंने आगे बताया कि स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला कि इन खदान मालिको के साथ सत्ता पक्ष के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का साथ है। वे लीज का विरोध करने वाले ग्रामीणों को डराते धमकाते है, सत्ता का रोब दिखाते है, खनिज विभाग के अधिकारी ऊपर के आदेश का पालन करते हुए बिना किसी पड़ताल के ऑफिस में बैठकर लीज कर देते है, नियमो का हवाला दे हाथ खड़े कर देते है। आगे भी इस ग्राम में लीज के लिए आवेदन दिया गया है जिसे ग्राम पंचायत द्वारा गुपचुप तरीके से एनओसी भी दिया जा चुका है, मैं जिम्मेदार अधिकारियों से अनुरोध करती हूं और चेतावनी भी दे रही हु की ग्रामीणों की भावनाओ का आदर सम्मान करते हुए लीज के लिए लगे किसी भी आवेदन पर विचार न किया जाय।