रायपुर ।छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) ने शनिवार को बीएड, डीएलएड 1 और बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए। दो माह पूर्व हुई तीनों प्रवेश परीक्षा के परिणाम की ढाई लाख से ज्यादा छात्र- छात्राओं की प्रतीक्षा थी। परिणाम घोषित. नहीं होने से ये अभ्यर्थी अन्य पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं ले पा रहे थे।
प्रदेशभर में व्यापमं ने बीएड और डीएलएड की प्रवेश परीक्षा 30 जून को आयोजित की थी। वहीं, बीएससी नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा 14 जुलाई को हुई थी। पिछले वर्ष अगस्त में बीएड और डीएलएड की काउंसिलिंग शुरू हो गई थी, लेकिन इस वर्ष सितंबर में शुरू होने की संभावना है।
वहीं बीएससी नर्सिंग के प्रवेश प्रक्रिया में विलंब होने से नर्सिंग कालेजों में काफी संख्या में सीटें खाली रह जाती हैं। पिछले वर्ष भी सीटें खाली रह गई थीं। बीएड, डीएलएड पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया की सारणी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की तरफ से जारी की जाएगी। पिछले वर्ष तीन चरण में प्रवेश हुए थे, इस वर्ष भी तीन चरणों में ही प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण होने संभावना है।
प्राइमरी से बीएड डिप्लोमाधारी बाहर, डीएलएड की बढ़ी मांग
डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन .(डीएलएड) में इस बार प्रवेश लेने के लिए कड़ी स्पर्धा है। 6,500 सीटों के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने भाग लिया है। प्राइमरी शिक्षक भर्ती से बीएड डिप्लोमाधारियों के बाहर होने के बाद डीएलएड डिप्लोमाधारियों की मांग बढ़ी है। पहले बीएड में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अधिक रहती थी, लेकिन इस बार डीएलएड प्रवेश परीक्षा में अधिक अभ्यर्थियों ने हिस्सा
लिए हैं। डीएलएड में अभ्यर्थी बढ़ने की मुख्य वजह सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती नियम में बदलाव है। नए नियम के अनुसार बीएड डिग्रीधारी प्राइमरी शिक्षक के लिए निकली भर्ती में आवेदन नहीं कर सकते हैं। अधिकतर सरकारी भर्ती प्राइमरी स्कूलों में ही निकलती है।