युवाओं और महिलाओं का जिंदगी में खुशियां ला रही है रीपा, गांव में ही उपलब्ध हो गया रोजगार का अवसर, पाटन ब्लॉक के ग्राम फुंडा में लग रहे है भारी भरकम मशीन

बलराम यादव
पाटन। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार ने ग्राम में ही युवाओं को रोजगार से जोड़ने तथा महिला समूह के सदस्यो को आर्थिक स्वलांबी बनाने के लिए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा  बना रहे है। पाटन ब्लॉक में सबसे पहले सांकरा में इसकी शुरुआत की गई। इसकी सफलता को देखते हुए अब ब्लॉक के कुछ अन्य गावों को चयन कर रीपा का यूनिट तैयार किया जा रहा है। ग्राम फुंडा में भी रीपा का यूनिट बनकर तैयार है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांव के युवाओं को हुनरामंद बनाने , गांव में उत्पादन होने वाले , सरसो, अलसी, फल्ली सहित अन्य का पेराई कर तेल निकालने के लिए फुंडा में एक यूनिट तैयार किया है। रीपा के तहत यहां पर कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा महिला समूह नमकीन बनाने का शुरू भी शुरू हो गया है। इसके अलावा एक व्यक्ति द्वारा नर्सरी तैयार कर फूलो की सप्लाई पूरे छत्तीस गढ़ में किया जा रहा है। रीपा में अन्य बड़े बड़े यूनिट तैयार कर भारी भरकम मशीन भी लगाया जा रहा है जिससे की भविष्य में और भी कई वस्तुओं का उत्पादन ग्राम में ही किया जा सके।

काफी आकर्षक बनाया है रीपा का पार्क
ग्राम फुंडा के सांतरा रोड में करीब 3 एकड़ की क्षेत्रफल में रूरूल इंद्रस्ट्रियल पार्क का निर्माण किया गया हैं। इनमे बहुत से अलग अलग यूनिट के स्थान बनाया गया है। कई यूनिट को सरकार स्वय महिला समूह , युवा समूह के माध्यम से संचालित कर रही है। जिस जगह यूनिट तैयार हुई है वहा पर पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। सेंटर में काफी आकर्षक पौधे लगाया गया है।इसके अलावा मुख्य गेट से लेकर रीपा के मुख्य यूनिट तक गार्डन बनाया गया है। इसके अलावा सभी यूनिट तक जाने के लिए पाथवे बनाया गया है। जिसके दोनो छोर में फूल पौधे लगाए गए है।

अलसी और सरसो तेल की मांग बढ़ी
फुंडा के रीपा में अलसी तेल ओर सरसो तेल निकालने का काम किया जा रहा है। यहां पर पेराई कर निकाले तेल की काफी डिमांड है। दुर्ग रायपुर के अलावा  प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई हो रही है। यह पर आसपास के गावों से कच्चा माल लाकर ग्रामीण बेचते है। इसका पेराई कर पूरी शुद्धता के  साथ तेल का पैकेजिंग किया जा है। इसके बाद इसे बाजार में बेचने सप्लाई किया जाता हैं। तेल पेराई के लिए एक यूनिट बनाया गया है। यहां पर एक दर्जन से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मिले है।

बोतल और पैकेजिंग के लिए बॉक्स की कमी
फुंडा में तेल के पेराई के बाद उसके बॉटलिंग करते है ओर इसके बाद कार्टून के बाक्स में पैकेजिंग  किया जाता है। लेकिन अभी जब रीपा जाने पर जानकारी मिली की तेल का स्टॉक अभी बहुत है लेकिन बोतल नही होने के कारण बाटलिंग करना अभी बंद है। कार्टून भी नही है इस कारण पैकेजिंग का काम भी रुका हुआ है।

महिला बना रही है कई प्रकार का नमकीन
फुंडा के रीपा में  एक यूनिट एक निजी संस्था को दिया गया है। जिसमे नमकीन बनाने का काम किया जा रहा है। इस कार्य में माहिल समूहों के सदस्यो को काम मिल रहा है। महिला समूह के सदस्यो द्वारा लहसुन मिक्चर, बारीक सेव, फूटे चना, हरा मटर, चना दाल, फली दाना, मुर्रा पोहा मिकचर मिक्स, बूंदी, पापड़ी, गाठिया, पीला मटर, तीवरा मिक्चर, मिक्स मिकचर का निर्माण किया जा रहा है। इसका पैकेजिंग भी महिलाएं ही कर रही है।

नर्सरी भी बना रोजगार का साधन
रीपा में एक यूनिक गांव के ही एक युवक संतराम वर्मा को मिला है। इसमें उन्होंने नर्सरी तैयार किया है। इसमें  फूल पौधे, का नर्सरी तैयार किया गया है। जिसके इस क्षेत्र में काफी डिमांड है। संजय ने बताया की अभी 2 लाख गेंदा फूल का नर्सरी का आर्डर मिला है उसी की तैयारी कर रहे है। रीपा में जगह मिलने से उन्हें वे अब अच्छे से काम कर पा रहे है।

वर्शन
रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा फुंडा में काफी अच्छा कार्य हो रहा है। अभी और भी कई यूनिट तैयार हो रहे है। जिससे की यहां पर रोजगार के अवसर पढ़ेंगे। इसका लगातार मानिट्रिंग भी किया जा रहा रहा है।
श्रीमती स्वेता यादव
अतिरिक्त सीईओ जनपद पंचायत पाटन