संस्था के संरक्षक सूर्यप्रकाश सिंह कुशवाहा ने सतत् रचनाधर्मिता के लिए नारायण वर्मा, डा. बीणा सिंह, डा. नीलकंठ देवांगन, गजेन्द्र द्विवेदी को अपनी कृति ‘देवकी का दर्द’ व स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
समाजसेवी रामाधार शर्मा ने भी नारायण वर्मा, विक्रमशाह ठाकुर व ओमवीर करण का शाल ओढ़ाकर सम्मान करते हुए जन्मदिन की शुभकामनाएँ दी।
संस्थाध्यक्ष नारायण वर्मा ने अपने आत्मीय सम्मान को संस्था का सम्मान बताया. उन्होंने संस्था की सफलता का श्रेय सदस्यों व पदाधिकारियों को देते हुए उन्हें बधाई दी. गोष्ठी में उन्होंने अपनी प्रतिनिधि कविताओं का भी पाठ किया।
सचिव सुरेश वाहने संस्था के अध्यक्ष नारायण वर्मा, प्रेस क्लब अध्यक्ष विक्रमशाह ठाकुर, ओजस्वी कवि ओमवीर करण के उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें जन्मदिन पर बधाई दी. इस अवसर पर उन्होंने संस्था के एप बनने की जानकारी देते हुए रचनाकारों को डिजिटली जुड़ने का आग्रह किया।
विक्रमशाह ठाकुर ने आत्मीय सम्मान से अभिभूत होकर संस्था के साहित्यिक गौरवगाथा का बखान किया. ओमवीर करण ने संस्था का आभार व्यक्त करते हुए अपनी ओजस्वी कविता का पाठ किया।
इस गोष्ठी में ऋतंभरा साहित्य समिति कुम्हारी के समस्त पदाधिकारियों व सदस्य रचनाकारों ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी, जिनमें मुख्य रूप से सूर्यप्रकाश सिंह कुशवाहा, हेमलाल साहू ‘निर्मोही’, डा. बीणा सिंह ‘रागी’, लखन लाल साहू, रविन्द्र कुमार थापा, गजेन्द्र द्विवेदी ‘गिरीश’, डा. नौशाद सिद्दीकी, डा. नीलकंठ देवांगन, बिसरूराम कुर्रे, रामाधार शर्मा, बैकुंठ महानंद, रघुनाथ देशमुख, कामता प्रसाद दिवाकर, हाजी रियाज खान ‘गौहर’, सुजीत यादव आदि शामिल थे।
गोष्ठी का संचालन सुरेश वाहने ने व आभार प्रदर्शन रविन्द्र कुमार थापा ने किया।