पंडरिया । नगर सहित क्षेत्र में पिछले दो दिनों से भारी बरसात के कारण क्षेत्र के सभी नदी नाले उफान पर हैं।नगर के हरिनाला में गुरुवार को बाढ़ आ जाने के कारण नगर से नेशनल हाइवे क्रमांक 130 A में पड़ने वाली हरिनाला में पुल के ऊपर बाढ़ का पानी आ गया। जिससे गुरुवार दोपहर से कवर्धा बिलासपुर मार्ग अवरुद्ध रहा।दोपहर करीब 12.30 बजे से देर शाम तक तक कवर्धा मार्ग पर आवागमन बंद रहा।पुल के ऊपर करीब 3 से 4 फिट तक पानी पूरे दिन चलता रहा।गुरुवार को दोपहर में नाले का पानी बढ़ने के साथ पुलिस प्रशासन नाले के पहुंचकर आवागमन बंद करवा दिया।जिसके बाद मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया।गुरुवार रात भी यदि बरसात जारी रही तो शुक्रवार को भी मार्ग अवरुद्ध रहने की संभावना है।
त्योहार के कारण परेशान रहे लोग-गुरुवार को रक्षा बंधन का त्योहार होने के कारण लोगों का आवागमन अधिक रहा।लोग राखी बंधवाने घरों से निकले थे,लेकिन नाले में बाढ़ होने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ा।नाले में बाढ़ होने के कारण लोगों को वापस होना पड़ा।वहीं लोगों को धोबघट्टी, कुंडा, घोघरा-पांडातराई सहित अन्य ग्रामीण रास्तों के सहारा लेना पड़ा।निजी वाहन वाले अन्य ग्रामीण रास्तों से किसी तरह निकल गए।वहीं बड़ी वाहन व यात्री बसों के सवारियों को परेशान ज्यादा होना पड़ा।
इस वर्ष दूसरी बार बाढ़-हरिनला का पुल नीचे होने के कारण हर वर्ष मार्ग अवरुद्ध होता है।इस वर्ष बरसात में यह दूसरी बार है जब नाले में बाढ़ के कारण मार्ग अवरुद्ध हुआ है।सावन के शुरुवात में 15 जुलाई को बाढ़ आया था तथा सावन के आखिरी दिन गुरुवार को बाढ़ के कारण मार्ग अवरुद्ध रहा।शासन द्वारा इस पुल को ऊंचा कराने कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।अब नेशनल हाइवे में शामिल होने के कारण पुल के बनाये जाने की संभावना बढ़ी है।
बांध से छलक रहा पानी-हरिनला में पानी क्रांति जलाशय व खेतों के अतिरिक्त पानी आता है।5 किलोमीटर दूर स्थित क्रांति जलाशय अब भर चुका है तथा छलक रहा है,जिसके चलते अब हल्की बरसात में भी नाले में बाढ़ की स्थिति बन जाएगी।वहीं खेतों में, भी अब पर्याप्त पानी भर चुका है,जिसका पानी भी नाले में आ रहा है।
हाफ नदी का जल स्तर भी बढ़ा,किनारे स्थित फसल चौपट-जिले की सबसे बड़ी हाफ नदी का जल स्तर भी दोपहर बाद बढ़ गया।गुरुवार को इस वर्ष का सबसे बड़ा बाढ़ देखा गया।जिसके चलते नदी किनारे स्थित गांवों के फसल व सब्जी भाजी चौपट हो गए।नदी किनारे स्थित गांव के खैरझिटी, लाडंगपुर,धोबघट्टी, पडकी,डोमसरा,पेंड्री सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में भुट्टे सहित सब्जी का फसल पानी मे डूब गया।जिससे भारी नुकसान का अनुमान है।
जोखिम लेकर पर करते हैं नाला- नाला में बाढ़ आने पर हालांकि आवागमन बंद हो जाता है,लेकिन तीन-चार फीट पानी होने पर भी लोग कार, बाइक व अन्य वाहन को पार करते हैं।जिससे हमेशा ही वाहन के बाढ़ में बहने व दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।स्थनीय लोग भी 50 रुपये लेकर नाले को पार कराने का काम करते हैं।