जशपुर। अखिल भारतीय संत समिति के तत्वाधान में रविवार को अंबिकापुर में एसडीओपी के द्वारा भाजपा नेता गेंदबिहारो साय के साथ की गई मारपीट के विरोध में संत सामागम का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में पहुंचे संत समाज और भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव ने कहा कि इस सरकार में संत और संत परिवार के लोग निशाना बना रहे हैं, और यह निशाना सरकार के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं!

यह कार्यक्रम विशेष इसलिए भी रहा कि एक दिन पहले ही सीएम भूपेश भी अम्बिकापुर हवाई पट्टी निरीक्षण को पहुंचे थे, वहीं सरगुजा के दो कैबिनेट मंत्रो टीएस सिंहदेव, अमरजीत भगत, साथ ही कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया भी हवाई पट्टी निरीक्षण के नाम पर कसरत करते दो दिनों से नजर आते रहे, और तीसरे दिन ही यह कार्यक्रम।
दो दिन पहले जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी साय मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया था कि जशपुर एसपी से मुलाकात औपचारिक था, न कि कोई समझौता, और आरोपियों के ऊपर बर्खास्तगी के साथ एफआईआर की मांग को लेकर हम तटस्थ हैं।
जशपुर पैलेस के सदस्य व भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव इस आयोजन की अगुवाई कर रहे थे ।प्रबल आज स्वयं अंबिकापुर से सामरबार के गहिरा गुरु आश्रम पहुंचे, जहां से प्रबल के साथ, खुड़िया दीवान प्रदीप नारायण सिंह गहिरा गुरु के दोनों सुपुत्र बब्रुवाहन सिंग, और पीड़ित गेंदबिहारी थे, और वहां से गाड़ियों का रेला लग गया, और यह अनुमान लग गया था कि जो भी हो इस बार संत समिति नही प्रबल मैदान में हैं, और वो भी गहिरा गुरु के बेटे, और संसदीय सचिव चिंतामणि के भाई गेंदबिहारी को न्याय दिलाने के लिए! जहां आज पुलिस से भी खूब झूमा झटकी हुई, और यह विरोध भी सरकार को सरगुजा के लिए चिंतित करने के लिए काफी है।