घने जंगल के बीच कल-कल बहता सराईदाह जल प्रपात…सावन के महीने में खूबसूरत हो जाता है नजारा

पंडरिया। सावन महीने लगातार बारिश के चलते इन दिनों वनांचल में बरसाती जलप्रपात लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।ब्लाक में अनेक बरसाती जल प्रपात हैं,लेकिन पहुंच विहीन होने के कारण पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं।ऐसा ही एक जल प्रपात है सराई दाह जल प्रपात।जो आगरपानी के नीचे से घने जंगल के बीच स्थित है। ब्लाक मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर है।इस नाले को सराईदाह के नाम से जाना जाता है,जो एक बरसाती नाला है।

यह नाला आगे जाकर किलकिला नाले के माध्यम से आगर नदी में मिल जाती है।यहां पर 200 मीटर के भीतर दो -तीन सुंदर जलप्रपात बनाती है।बड़ा जलप्रपात करीब 30 फिट से अधिक ऊंचाई से पूरी पहाड़ी से गिरती है।घाटियों के बीच पानी की आवाज अत्यंत मनोहारी प्रतीत होता है।यहां जाने के कोई रास्ता नहीं है। 5 किलोमीटर घने जंगल से पगडंडी के सहारे होकर जल प्रपात तक पहुंचा जा सकता है।

यहां पहुंचने के लिए पोलमी से जाना पड़ता है।रास्ता फिसलन भरा होने के कारण बरसात नहीं होने पर यहां केवल बाईक के माध्यम से जा सकते हैं।यहाँ जाने के लिए रास्ता बनाकर इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है।इसके अलावा क्षेत्र में अनेक जल प्रपात हैं,जहां सड़क बनाने की जरूरत है।