सरपंच की तीसरी पत्नी ने एक साथ चार बच्चों को दिया जन्म


सुकमा।  आज के समय में जहां कई दंपतियों को एक बच्चे की किलकारी सुनने के तरसते हुए देखा-सुना जाता है। बच्चे के लिए दंपती इलाज पर हजारों-लाखों रुपये खर्च करते हैं। यहां बस्तर में पहली बार एक अनोखा मामला सामने आया है। बच्चे के लिए तीन-तीन शादियां करने वाले जिले के छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत जैमर के सरपंच कवासी हिड़मा के घर तीसरी पत्नी ने एक साथ चार बच्चों को जन्म देकर खुशियों की बहार ला दी है।
प्रसव का समय समीप आने पर पिछले मंगलवार को कवासी हिड़मा ने पत्नी दशमी कवासी को जगदलपुर में एक निजी बंसल नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। गुरुवार शाम छह बजे आपरेशन से चार बच्चों का जन्म हुआ। इनमें दो लड़के व दो लड़की हैं। एक बच्चे का वजन डेढ़ किलो है जबकि तीन का वजन लगभग दो-दो किलो है। बच्चों को जिला चिकित्सालय महारानी अस्पताल में केयर के लिए रखा गया है।

एक साथ चार बच्चों के जन्म को लेकर डाक्टर भी हैरान हैं। आपरेशन से पहले तक गर्भ में तीन बच्चों के ही होने की जानकारी थी। बच्चों के पिता कवासी हिड़मा ने बताया कि उसे भी यही बताया गया था। सोनोग्राफी में भी तीन बच्चे की जानकारी सामने आई थी। आपरेशन के बाद चार बच्चों के जन्म की खबर मिली तो वह भी हैरान रह गया लेकिन खुशी भी चार गुना बढ़ गई।

भगवान के घर देर है अंधेर नहीं:
नईदुनिया से चर्चा में बच्चों के पिता कवासी हिड़मा का कहना था कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं। पहली पत्नी हूंगा कवासी से एक बेटी थी। 14 साल की बेटी कक्षा नवमीं में पढ़ती थी। बीमारी से उसका निधन हो गया। इसके बाद बच्चे नहीं हुए तो उसने दूसरी शादी कर ली लेकिन दूसरी पत्नी से कोई औलाद नहीं हुई। दो साल पहले ही उसने तीसरी शादी दशमी कवासी से की जिसने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। कवासी हिड़मा ने बिना किसी परेशानी के बच्चों के जन्म के लिए चिकित्सक का आभार व्यक्त किया। चिकित्सकों के अनुसार मां और बच्चे स्वस्थ हैं।

चार बच्चों का एक साथ जन्म रेयर केस
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी बस्तर डा. आरके चतुर्वेदी से चर्चा करने पर उन्होंने एक साथ चार बच्चों के जन्म को रेयर केस बताया। उन्होंने बताया कि आमतौर पर जुड़वां बच्चों का जन्म सुनने को मिलता है। कुछ साल पहले बकावंड विकासखंड में एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था। बस्तर में एक साथ चार बच्चों का जन्म पहली बार देखने सुनने को मिला है। ऐसे केस लाखों में एक होते हैं।