पाटन। स्कूल सफाई कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी और सदस्यों ने आज अपनी सिर्फ दो मांगों को लेकर बी ई ओ पाटन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया है कि
छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पिछले 15 वर्षों से 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत है। केवल दो घंटा कार्य करना निर्धारित है परंतु अधिकांश स्कूलों में भृत्य और चपरासी नहीं होने के कारण उनके सभी काम स्कूल सफाई कर्मचारियों को करना पड़ता है। इस प्रकार पूरा दिन स्कूलों में व्यतीत करना पड़ता है। काम के एवज में प्रतिमाह 3000 से 3400 मानदेय भुगतान किया जाता है। जो कि इस महंगाई भरे दौर में कितने कम रुपए में अपने परिवार का भरण पोषण नहीं हो पाता।
संघ की मांगों को पूरा किए जाने को लेकर पिछले 15 वर्षों से संघर्षरत है। 2023 विधानसभा चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी के द्वारा घोषणा पत्र में 50% मानदेय में वृद्धि का वादा किया गया था साथ ही पूर्ण कालीन कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान के लिए आश्वासन दिया गया था।
जो की भारतीय जनता पार्टी भाजपा की सरकार को 18 माह बीत जाने के बाद भी घोषणा पत्र का वादा और संघ की मांग पूरी नहीं होने पर संघ के कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
इसलिए 10 जून हड़ताल धरना प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री स्कूल शिक्षा सचिव संचालक के नाम पर ज्ञापन सौपे है। मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश के स्कूल सफाई कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने के लिए बाध्य होंगे।
संघ की मांग :-
(1) पूर्ण कालीन कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान किया जाए।
(2) युक्ति युक्तकरण के तहत जिस स्कूल का समायोजन दूसरे स्कूलों में किया जा रहा है उसी प्रकार स्कूल सफाई कर्मचारी सदस्यों का भी समायोजन किया जाए।