आशीष दास
कोंडागांव/फरसगांव । अपने मांगों को लेकर स्कुल सफाई कर्मचारी संघ द्वारा झीरम घाटी से रायपुर पैदल यात्रा पर निकल चुके हैं इसी कड़ी में पदयात्रा 22 दिसंबर को फरसगांव पहुंची। रात्रि विश्राम के बाद सुबह 7 बजे पदयात्रा विकास खंड फरसगांव के अंतर्गत सभी सफाई कर्मचारियों के साथ रायपुर के लिए रवाना हुई।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के समस्त शालाओं में वर्ष 2011 से 43 हजार कर्मचारी स्कूल सफाई कर्मचारी के रूप में कार्य करते आ रहे हैं। इसके एवज में उन्हें महज 2300 रुपए मासिक मानदेय प्रदान किया जाता है। चूंकि वर्तमान समय में 2300 रुपए में परिवार का भरण पोषण कर पाना संभव नहीं । इसलिए कर्मचारियों की आर्थिक एवं मानसिक परेशानियां दिनों दिन बढ़ती जा रही है। मांग पूरी नहीं होने पर स्कूल सफाई कर्मचारियों ने उग्र आंदोलन के रूप में बस्तर के झीरम घाटी से दांडी यात्रा करते हुए मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकल पड़े।
इस मौके पर पदयात्रा में शामिल हुए कर्मचारियों ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र 2018 में कांग्रेस द्वारा हमें अंशकालीन से पूर्ण कालीन नियमित करने का वादा किया था, इसके लिए हमने चुनाव के पश्चात् कांग्रेस के कई मंत्रियों विधायकों को ज्ञापन सौंपा। अपनी मांग को लेकर कर्मचारियों ने स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात भी की थी। उस समय मंत्रियों ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि आपकी मांगों को हम बजट सत्र 2021 में पूरा कर देगें, परंतु आज तक हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया।
इस पदयात्रा में सफाई कर्मचारी संघ के बस्तर संभाग अध्यक्ष धनीराम डांडिया, कोंडागांव जिलाध्यक्ष मंगतू बोध, मीडिया प्रभारी बिसरू नेताम, सहित बस्तर संभाग के सभी स्कूल सफाई कर्मचारी शामिल रहे।