अंडा। शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ ने पुराने गीतों का संर्वधन व पुन: याद करने के लिये “शिकसा भूले बिसरे हिन्दी गीत “सदाबहार नगमे” कार्यक्रम का आयोजन संयोजक डाॅ.शिवनारायण देवांगन”आस” के संयोजन विजय प्रधान कार्यक्रम प्रभारी के उपस्थिति व टीकाराम सारथी “हसमुख” प्राचार्य चुरतेली के अध्यक्षता में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना नीता त्रिपाठी व राजगीत एस.वीणा पटेल ने प्रस्तुत कर किया। सर्वप्रथम संयोजक डॉ. शिवनारायण देवांगन”आस” ने कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम शिक्षकों के प्रतिभा को निखारने के निरंतर कार्य कर रहे है। प्रांताध्यक्ष कौशलेंद्र पटेल ने संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन को जन्मदिन का बधाई देते हुए कहा संयोजक आस का मेहनत है जिससे शिकसा काफी ऊँचाई तक पहुंच रहा है। महासचिव डाॅ.बोधीराम साहू , संगठन मंत्री राधेश्याम कवंर व कार्यक्रम प्रभारी विजय कुमार प्रधान ने भी अपनी बात रखते हुए संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन”आस” को जन्मदिन का बधाई दिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष टीकाराम सारथी “हसमुख” ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में आयोजित कार्यक्रम को सफल बताते हुए कहा कि शिकसा हर गतिविधियों को आयोजित कर सभी को प्रोत्साहित कर रहा है अंत में गीत सुनाकर मंत्रमुग्ध किया।

इस अवसर पर संस्थापक व संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” को सभी ने जन्मदिन पर शुभकामनाए प्रेषित किया वही 14 जुलाई से वृक्ष लगाओ-पर्यावरण बचाओ अभियान का शुभारंभ किया जिसमें हर सदस्य अपने आसपास पौधारोपण कर अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में माधुरी करसाल ‘मधुरिमा’, चन्द्र कुमार चन्द्रा, धीरज रंगारी, रामेश्वर प्रसाद आदित्य, ओ.पी.कौशिक “रतनपुरिहा”, डॉ.शालिनी श्रीवास्तव, सुजीत कुमार श्रीवास्तव, सान्वी श्रीवास्तव, हेमा चन्द्रवंशी, हरमन कुमार बघेल, डाॅ.प्रमोद आदित्य, राजीव गुप्ता, रामलाल कोसले, निशा गुप्ता चौधरी, मंजू लता मेरसा “कृष्णा मानसी”, भीखमलाल देवांगन, शिवकुमार अंगारे, रामकुमार पटेल, बुधनी अजय, सुनीता चौधरी, सुमन लता साहू, सुचिता निषाद, कविता श्रीवास, श्रीजल श्रीवास, प्रेक्षा साहू, शकुन्तला सहंश, कल्पना देवांगन, ज्योति नागरे, पुष्पांजलि ठाकुर, कुसुम जैन, संगीता शोरी, आरती ठाकुर आदि ने भूले बिसरे गीत प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम का संचालक मधु कारकेल व आभार प्रदर्शन डॉ. शिवनारायण देवांगन”आस” ने किया।