कंकड़ में शंकर मानकर अमलेश्वर में शिव महापुराण कथा स्थल से मिट्टी ले जा रहे है शिवभक्त, कथा सुनने उमड़ी भक्तो का जन सैलाब, भक्तो का मानना है की मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजा करने से होती है मनोकामना पूरी, पढ़िए पूरी खबर


पाटन। ग्राम अमलेश्वर में पंडित प्रदीप मिश्रा जी का शिव महापुराण कथा का आज पांचवा दिन था। आज भक्तों में कथा स्थल से मिट्टी ले जाने की होड़ भी लग रही।। कहा जाता है कि कंकड़ में शंकर मानते हुए यह सब शिव भक्त इस मिट्टी का पार्थिव शिवलिंग बना कर पूजा अर्चना करेंगे ।

कथा सुनाने आए भक्तों का मानना है कि कथा स्थल की मिट्टी से बने हुए पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करने से ही भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। आज भी कथा के समापन के बाद वापस जा रही कई महिलाओं के द्वारा कथा स्थल का मिट्टी अपने आंचल में बांधकर ले गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमलेश्वर में आयोजित शिव महापुराण कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का आना जारी है । आज भीषण गर्मी के बाद भी लाखों की संख्या में भक्त कथा सुनने पहुंचे थे।

वही आज एक अलग ही नजारा देखने को मिला जब शिव महापुराण कथा का पांचवे दिवस की कथा विश्राम हुई तब वहां पर पंडाल के नीचे ही जमीन की मिट्टी को उठाने लगा जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थी। कंकड़ में शंकर का वास मानते हुए यह सब भक्त इसकी पूजा अर्चना करेंगे। ग्राम रायपुर से आई प्रेमीन बाई का कहना है की कंकड़ में शंकर का वास होता है और जिस जगह पर शिव महापुराण की कथा होती है वहां पर पूरा कथा स्थल 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान होता है। कथा स्थल कैलाश धाम बन जाता है। भक्तों का मानना है कि कथा स्थल की मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाने के बाद उसकी पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामना पूरी होती है । आज कई महिलाओं और युवतियों को कथा स्थल से मिट्टी उठाते हुए देखा गया।