भव्य कलश यात्रा से शुरु हुआ शिवपुराण कथा व पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ

अंडा। शिव महापुराण एवं गायत्री महायज्ञ का भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। कलश यात्रा गायत्री ज्ञान मंदिर कुथरेल से प्रारंभ होकर बस स्टैंड, नहर पारा,यात्री प्रतिक्षालय होते हुए पूरे ग्राम कुथरेल में भ्रमण कर मां शीतला तालाब से जल लेकर वापस कार्यक्रम स्थल पहुंचा। जहां पर कथावाचक प्रज्ञा पुत्र सुरेश कुमार दनि जी द्वारा देव पूजन कलश स्थापना मंगलाचरण का कार्यक्रम किया गया। कलश यात्रा मे बच्चे, युवती और महिलाओं ने बड़ी संख्या मे भाग लिया।वरिष्ठ गायत्री परिजनों ने कलश यात्रा व गायत्री भजनो के गीतो को गाते चले। गड़वा बाजा, डोलक, दफली से प्रज्ञा गीत भी गाते चले। छोटे बच्चों ने झंडा लेकर कलश यात्रा मे शामिल हुये। दूसरे दिन रविवार से प्रातः पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं दोपहर 1:00 बजे से दिव्य शिव पुराण कथा का आयोजन होगा।

कलश यात्रा मे प्रमुख रूप से चयनित राम चंद्राकर,रोहित चंद्राकर, डॉ एन के सिन्हा, फुदुक राम साहू,आत्मा साहू,यशवंत देशमुख, दीना देशमुख, भागीरथी, राधे, दुलारी देवांगन, गायत्री देशमुख, कुंती देशमुख, तुलसी साहू, लक्ष्मी देवांगन,गंगा सिन्हा,हुलसी चंद्राकर, कमला देवांगन, रामेश्वरी साहू,भारती, अंकलहीन साहू, संतोष देवांगन, रितिक देशमुख, प्रेमलाल देशमुख,किशोर देशमुख, नारद,दुष्यंत श्रद्धा और बड़ी संख्या मे बच्चे, युवती व महिला पुरूष शामिल हुये।