संजय साहू
अंडा। दुर्ग जिला और बालोद जिला के मध्य खप्परवाड़ा से 3 कि. मी. के दूरी पर
विष्णु धाम महायज्ञ (मंदिर) ओटेबंद की इतिहास क्या है, और कब से लग रही है मेला 2023 में. छत्तीसगढ़ राज्य की पावनधारा ओटेबंद में विराजित श्री विष्णु महायज्ञ (मंदिर) का इतिहास काफी पुराना है, श्री विष्णु जी के दरबार में सालो साल से भक्तों का मेला लगे रहते है। यहां महाशिवरात्रि के 2 दिन बाद 11 दिनों का महायज्ञ मेला होता है, महायज्ञ मेला 63 वां वर्ष लगने को जा रहे हैं। जो लाखो की संख्या में भक्त पहुंचते है। महायज्ञ 60 वर्ष पूर्व भक्तों के द्वारा सुभारंभ किए गए थे। जो परंपरा भक्तों द्वारा आज भी प्रचलित चलन में है।
ओटेबंद कहा है
ओटेबंद अपने आप में एक विशेष महत्व रखने वाला एक छोटा सा गांव है, बालोद जिले के तहसील गुण्डरदेही के मध्य लगा हुआ ओटेबंद गांव अपने समक्ष एक विशाल एवं भक्तों का लोकप्रिय ग्राम है. दुर्ग से बालोद रोड 18 किलोमीटर दूरी पर ग्राम अंडा के मध्य लगा हुआ है।


मंदिर के अध्यक्ष बाबूलाल चंद्राकर, उपाध्यक्ष बिरेन्द्र दिल्लीवार, सदस्य लवकुश चंद्राकर, बब्ला चंद्राकर, रोहित चंद्राकर ने बताया कि श्री विष्णु महायज्ञ ओटेबंद (2023) में कब से है मेला श्री विष्णु महायज्ञ 22 फरवरी (बुुधवार) से 4 मार्च (शनिवार) 2023 तक है, जिस महायज्ञ में बड़े बड़े साधु संत द्वारा महायज्ञ किए जाते हैं, जो एक स्वरूप मन की शुद्धिकरण एवम् मनोवांछित फल (मनोकामना) पूर्ण होते हैं। विशाल महायज्ञ में भक्त अनेक – अनेक मनोकामना लेकर आते है , विष्णु महायज्ञ में मनोकामना पूर्ण होती है। श्री विष्णु महायज्ञ के साथ – साथ भागवत प्रवचन भागवत प्रवचन 24 फरवरी से 4 मार्च,समय दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक भागवताचार्य राष्ट्रीय संत पुज्य संत श्री राजेन्द्र जी महाराज ( श्री वृंदावन वाले ) के मुख से भागवत प्रवचन सुनने का भक्त आनन्द लेंगे।

ओटेबंद मन्दिर की विशेषताएं-
ओटेबंद मेले में विभिन्न जगहों से हज़ारों साधु संत एवम् नागा साधु संत आते हैं, दूर दूर से यह लाखो की संख्या में भक्त आते हैं श्री विष्णु जी का आशीर्वाद लेने, श्री विष्णु जी का मंदिर भक्तों द्वारा दान की सहयोग से बनाया गया है, जिसमें ओटेबंद के निकट सिरसिदा, द्वारकाडीह, खप्पड़वाडा, मतवारी, रिसामा, चिरपोटी, परसदा एवम् समस्त ग्रामो का विशेष सहयोग प्रदान रहा। ओटेबंद मंदिर का गार्डन – मन्दिर में आने वाले भक्तों के लिए आराम करने बैठने के उत्तम व्यवस्था के लिए गार्डन बनाए हुए है जिसमें भक्त आराम कर सकते हैं।
