पाटन।
ग्राम सोरम मे 19 से 28मार्च तक श्रीमद भागवत कथा का अयोजन दुलारी वर्मा टी एल वर्मा पूव राज प्रधान द्वारा किया जा रहा है कथा वाचक प सन्तोष अवस्थी उतई द्वारा कथा व्यास की जा रही है परायणकर्तो विकाश शर्मा ।
आज कलश यात्रा व विधि विधान से पूजा अर्चना कर कथा का शुभारम्भ हुआ। पारंपरिक वेश में श्रीमद् भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। कथा आयोजन स्थल से पवित्र जलस्त्रोत से जल भरने के साथ शुरू हुई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला पवित्र जलस्त्रोत से कलश को भर कर लाने के बाद कथा आयोजन स्थल पर धार्मिक विधि एवं मंत्रोच्चरण के साथ स्थापित किया गया। आरती के साथ शुरू किए गए श्रीमद् भागवत कथा में महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम इसकी महिमा से अवगत कराया।
अवस्थी जी बताया कि विश्व में सभी कथाओं में ये श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो तीर्थ स्थल कहलाता है। इसका सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। अगर कोई सात तक किसी व्यवस्तता के कारण नहीं सुन सकता है, तो वह दो तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकालें। तब भी वो इसका फल प्राप्त करता है, क्योंकि ये कथा भगवान श्री कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है। इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है। अवस्थी ने बताया कि इस कथा को सबसे पहले अभिमन्यु के बेटे राजा परीक्षित ने सुना था, जिसके प्रभाव से उसके अंदर तक्षक नामक नाग के काटने से होने वाली मृत्य़ु का भय दूर हुआ और उसने मोक्ष को प्राप्त किया था।इस अवसर पर आई के वर्मा दाउ ख़िरता मड़रिया रश्मिभेद वर्मा संजय बंछोर अन्नू बंछोर, मनीष वर्मा पार्षद रेणु वर्मा ममता लक्ष्मीवर्मा राधा वर्मा मंजू मनोरमा केशर वर्मा अहिल्या ,अनुसुईया इद्राणी कृष्ण वर्मा रामेश्वरि ईश्वरी निर्मला खम्मन गोवर्धन हिटलर हुकुम शैलेश वर्मा दिलीप महेश्वरी सहित ग्रामीण कथा का लाभ ली।
