बोरगांव/लंजोड़ा । कोंडागांव जिले के इस गांव का दुर्भाग्य कहें या शासन-प्रशासन की लापरवाही, आजादी के 7 दशक बाद भी ग्राम सिरसी कलार के ग्रामीण बारिश में यातायात सुविधा से परेशान हैं। इस गांव में ग्रामीण बारिश के दिनो विकटता में जीवन जी रहे हैं।
विकासखंड फरसगांव के ग्राम पंचायत सिरसीकलार जो एनएच -30 पर स्थित लंजोड़ा से महज 08 किमी पश्चिम में बसा हुआ है, की स्थिति ऐसी ही है जहां बीते 4 दिन से गांव टापू में तब्दील हो गया। गांव के ग्रामीण गांव से बाहर या अंदर आना जाना नहीं हो पा रहे हैं, और ना ही उन तक स्वास्थ्य सुविधाएं सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं पहुंच पा रही हैं। हालांकि मंगलवार को बारिश रुक गया है लेकिन नदी नालों से पानी समाचार लिखे जाने तक कम नहीं हुआ बारिश नहीं हुआ तो रात तक पानी कम होने की उम्मीद लगाई जा रही है। अभी फिलहाल गांव की स्थिति वैसी की वैसी ही है।
लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त –
उल्लेखनीय है कि कोंडागांव अंचल में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। अत्याधिक वर्षा के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है। कई गांव तो टापू बन गए हैं।
उफनते बरसाती नाले की वजह से जिले के कई इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। जिससे आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
चुनाव से पहले सजा होता है उम्मीदों का मेला। सत्ता में काबिज के बाद सब टांय टांय फिश-
ग्रामीणों का कहना है कि जब चुनाव का मौसम आता है, यानि वादों और दावों का मौसम, कोई बिजली-पानी फ्री देने का वादा तो कोई शिक्षा-चिकित्सा और रोजगार की गारंटी लेता है। चाहे सत्ताधारी कांग्रेस हो या विपक्ष में खड़ी भाजपा। दावों और वादों में कोई किसी से पीछे नहीं है। कुल मिलाकर उम्मीदों का मेला सज चुका होता है। जो पार्टी आज सत्ता में है, कल वह विपक्ष में रहकर खूब आवाज उठा रही थी। आज जो विपक्ष में रहकर सरकार पर सवाल उठा रही है। और सत्ता में आने के बाद सब टाय टाय फिश। जिला मुख्यालय से करीब 22 किमी दूर सिरसी कलार गांव का आज तक उद्धार नहीं हो पाया।
ग्रामीणों का कहना है कि –
ग्राम पंचायत सिरसी कलार के सरपंच पति राम कुमार नेताम, पूर्व सरपंच जुनेऊ राम सोरी, ग्रामीण सरादू राम सोरी, रामविलास वैद्य, दिनेश बघेल, राकेश कुमार नाग, रामेश्वर बघेल, देवेंद्र बघेल, सहित अन्य ने कहा है कि कोंडागांव जिले के सबसे समस्या ग्रस्त इलाके में से सिरसी कलार एक है। यह गांव प्रतिवर्ष भारी बारिश में गांव टापू बन जाता है चारों ओर से नदी नालों से घिरे गांव के ग्रामीणों को प्रति वर्ष बारिश में चिंता बढ़ा देती है। इस गांव में बारिश के दिनों कई हादसों से कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। लेकिन क्षेत्र के बड़े-बड़े नेता व उच्च अधिकारियों ने इसकी सुध तक नहीं ली। इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार राजनीतिक पार्टी के नेताओं व उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करके इस समस्या से निजात पाने की गुहार लगाई है।