सिवाई टीबी टेस्ट का उद्घाटन किया गया।


पंडरिया-स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंडरिया एवं कुकदुर में जन जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से टीबी रोग और निदान की जानकारी संबंधित कार्यकम का आयोजन किया गया। खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ.राकेश कुमार प्रेमी के मार्गदर्शन में डॉ.प्रशगिना साधु,ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक प्रदीप सिंह ठाकुर,वरिष्ठ लैब पर्यवेक्षक जेम्स जॉन,ऋतु बंजारा,सरोज गोयल,जुनैद अहमद,कुसुम सप्रे,होरीलाल यादव सरिता श्याम द्वारा आयोजन किया गया ।जिसमें 86लोगों को सी वाय टेस्ट किया गया। कार्यक्रम में एनटीईपी के कर्मचारी उपस्थित थे।गुरुवार को सीवाई टीबी टेस्ट का उद्घाटन किया गया। बीएमओ पड़रिया श्री प्रेमी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी के बिना लक्षण वाले मरीजो की पहचान करने अब सीवाई टीबी टेस्ट किया जायेगा।इस टेस्ट में ऐसे मरीजो की पहचान की जाएगी जिनमें टीबी के लक्षण तो नहीं है,लेकिन उनके अंदर इसके बैक्टीरिया हैं। यह एक संक्रमण टेस्ट है।रिपोर्ट पाजिटीव आने पर ऐसे मरीजों को टीबी की निःशुल्क 3 एचपी, 6 एचपी (टीपीटी)की दवा दिया जाता है।ताकि भविष्य में इस गंभीर बीमारी से पीड़ित न हो सके। पहले चरण में इस अभियान के तहत टीबी के हाई रिस्क श्रेणी वाले लोगो का टेस्ट किया जायेगा। इसमेें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी की उपस्थित रही।इस टेस्ट की शुरूआत विश्व टीबी दिवस के दिन टीबी नियंत्रण कार्यक्रम के तहत की गई।। टीबी बीमारी का खतराः-टीबी के उच्च जोखित वाले श्रेणी मेें ऐसे लोग है, जो कमजोर कुपोषित है। इसके अलावा टीबी के मरीज के साथ रहने वाले, एचआईबी संकेमित, आर्गन ट्रासप्लांट वाले लोग, कैंसर के रोगी, पूर्व में किसी को टीबी हुआ हो, नशे का सेवन करने वाले, बीपी शुगर के मरीज,आईसीयू में भर्ती हार्ट के मरीज शामिल हैं।बीएमओ पड़रिया के द्वारा बताया गया कि टीबी के बैक्टरिया उस समय अपना असर दिखाता है, जब किसी व्यक्ति की प्रतिरोधक कमजोर होती है। इसलिए टीबी के हाई रिस्क वाले लोगो को सीवाई टीबी टेस्ट कराई जा रही है। इसमें किसी के अंदर यदि टीबी के बैक्टरिया है और उसमें लक्षण नहीं है तो उसकी भी पहचान किया जा सकेगा। ऐसे मरीजो को दवा का निःशुल्क कोर्स प्रदान किया जाएगा। दवा के नियमित सेवन से टीबी का सक्रमण पूरी तरह ठीक हो जाता है।