रायपुर। एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी प्रांगण में चल रहे मनोहरमय चातुर्मासिक प्रवचन श्रृंखला में गुरुवार को नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकरा श्रीजी ने कहा कि हमारे कर्म तो अज्ञानता के कारण बंध गए हैं। कुछ कर्म हमने थोड़ा बहुत समझते हुए भी बांध लिया और पूरे होशो हवास में भी रहते हुए भी कर्म बंध जाते हैं। कभी अहंकार, कभी इर्षा और कभी सत्ता का सुख भोगते हुए हम कर्म बांध लेते हैं। अब कर्म तो बंद चुके हैं, आपको उनका सामना करना है। सामना ही नहीं आपको उनका क्षय भी करना है, अगर एक भी कर्म बच गया तो आपको सफलता नहीं मिलेगी। व्यक्ति अनजाने में कर्म बांध लेता है और जब आप जानबूझ कर कर्म बांधोगे तो सोचो कितना बड़ा दुष्परिणाम आपको भोगना पड़ेगा। जो कर्म अनजाने में बंधे हैं उनका तो आप आसानी से क्षय कर सकते हो और जो जानबूझ कर आपने बांधे है, उनका क्या होगा, सोचिए आपको कितना प्रायश्चित करना पड़ेगा।
साध्वीजी ने कहा कि चातुर्मास में सावन के समय पानी की बौछार ओं के साथ तपस्याओं की झड़ी भी लगती है। कई स्थानों में तो बिना चातुर्मास के भी तपस्याओं का क्रम चलता रहता है। चातुर्मास का लाभ बड़ों की उपस्थिति में लेंगे तो आप आनंदित रहेंगे। वैसा आनंद आपको घर में बैठकर अकेले में इंटरनेट पर प्रवचन देखने-सुनने में नहीं आएगा। आज सभी की मनोकामना है कि उन्हें मोक्ष प्राप्त करना है और अगर हम पूछेंगे कि आपको कहां जाना है तो आपका यह रटा रटाया जवाब आएगा कि हमको मोक्ष मार्ग में जाना है, मोक्ष प्राप्त करना है। विचार कीजिए क्या आप मोक्ष प्राप्ति के लायक कर्म कर रहे हैं। आपको कल, परसों, नहीं तो बरसों के बाद या तो कई भवों के बाद मोक्ष मिल ही जाएगा, पर आपके पास उसे पाने का आज गोल्डन चांस है, ऐसा मौका पता नहीं फिर कब मिलेगा।
कल्पवृक्ष के तपस्वियों का हुआ बहुमान
नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकरा श्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में आज सौभाग्य तपस्वियों का कल्पवृक्ष पूर्ण हुआ। आज 50 तपस्वियों ने अपने कर्मों की निर्जरा की । ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट मंडल एवं मनोहरमय चातुर्मास समिति ने आज सभी तपस्वियों का बहुमान किया।
27वें श्री नवकार दरबार का भव्य आगाज 6 अगस्त से
एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में 27वें श्री नवकार दरबार का भव्य आगाज 6 अगस्त से होने जा रहा है। मनोहरमय चातुर्मास 2023 की श्रृंखला में नवकार जपेश्वरी परमपूज्य शुभंकरा श्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में दरबार के पावनकारी प्रथम दिवस 6 अगस्त रविवार को दादाबाड़ी में कालसर्प दोष निवारण एवं नवग्रह दोष निवारण पूजा होगी दिव्यकारी द्वितीय दिवस पर 7 अगस्त सोमवार को परमात्मा का 18 अभिषेक एवं श्री नवकार दरबार में प्रभु पार्श्वनाथ की स्थापना और अट्ठारह अभिषेक होगा। वहीं, तेजस्वी तृतीय दिवस पर 8 अगस्त मंगलवार को कुंभ कलश स्थापना, दीप स्थापना, नवग्रह, दस दीकपाल अष्टमंगल स्थापना होगी। सभी दिनों के अनुष्ठान सुबह 9 से दोपहर 12.30 बजे तक होंगे। साथ ही 6 अगस्त, रविवार को 68 दिवसीय नवकार जाप प्रारंभ होगा। दरबार के विधिकारक मलकापुर के श्री राजू भाई शाह, संयोजक श्री हरीश डागा है। दरबार संबंधित जानकारी के लिए स्वरूप सकलेचा से 7999578437 पर संपर्क किया जा सकता है।
21 दिवसीय दादागुरूदेव इकतीसा 7 से 27 अगस्त तक
एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकरा श्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में 21 दिवसीय दादागुरूदेव इकतीसा 7 अगस्त से 27 अगस्त तक प्रतिदिन रात्रि 8.15 से 9.15 बजे तक चलेगी। इकतीसा के संयोजक श्री नरेश बुरड़, सह-संयोजक श्री अमित मूणोत और आयोजक श्री एसपीजी ग्रुप, रायपुर है। मनोहरमय चातुर्मास समिति के अध्यक्ष श्री सुशील कोचर एवं महासचिव श्री नवीन भंसाली ने बताया कि गुरूदेव की प्रतिमा को विराजमान करने, अखंड दीपक व कलश स्थापना के चढ़ावे 6 अगस्त, रविवार के प्रवचन के बाद होंगे। साथ ही प्रतिदिन 6 ड्रॉ निकाले जाएंगे। अनुष्ठान में हिस्सा लेने श्री नरेश बुरड़, अमित मूणोत, मुकेश निम्माणी और अनिल दुग्गड से संपर्क किया जा सकता है।