सड़को पर रफ्तार का कहर, कई जगह डेंजर जोन बन रहा है, अभी भी कई जगह ब्रेकर बनाने की दरकार, भीड़ वाले इलाका में सड़क पर दुकान लगाने वालो पर अंकुश लगाने की जरूरत


बलराम यादव
पाटन। पाटन ब्लॉक में चारो तरफ जब से सड़को का जाल बिछा है तब से सड़को पर दोहपिया ओर चार पहिया वाहनों को रफ्तार का कहर देखने को मिल रही है। क्षेत्र में आए दिन सड़क दुर्घटना होने लगी है। कई लोगो की जान भी सड़क दुर्घटना के कारण चली गई है। हालांकि प्रशासन ने कुछ चिन्हांकित जगह पर ब्रेकर बनाया है लेकिन अभी भी कई जगह ब्रेकर बनाने की जरूरत है जिससे की वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग सके।

पाटन ब्लॉक में चारों तरफ चौड़ी सड़कें बन गई है। टू लेन एवं फोरलेन सड़कों पर जहां यातायात का दबाव तो बना हुआ है वही इन सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों का भी कहर देखने को मिल रहा है। कुछ लोगों के द्वारा भारी वाहन एवं छोटे वाहन सहित बाइक को तेज रफ्तार चलाने के कारण कई अन्य निर्दोष लोग भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। पिछले एक या दो साल से पाटन में सड़क दुर्घटना में काफी वृद्धि हुई है। सड़क दुर्घटना के कारण कई लोगों का अभी तक जान गंवानी पड़ रही है ।हालांकि प्रशासन ने बीच-बीच में वाहन चालकों पर अंकुश लगाने के लिए जांच भी किया । इसके अलावा कुछ जगहों को दुर्घटना जन्य क्षेत्र मानकर ब्रेकर भी बनाए गए साथ ही साथ लोगों को जानकारी मिल सके इस कारण संकेतक भी लगाए गए हैं।। क्रॉसिंग के स्थान पर या फिर मिडिल कट के स्थान पर पीला बत्ती भी लगाया गया है। जिससे कि वाहन चालकों को आसानी से देख सके। लेकिन उसके बाद भी सड़क दुर्घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है। यह काफी चिंता का विषय है। अभी भी पाटन ब्लॉक के कई जगहों पर डेंजर जोन बनता जा रहा है। हालांकि कई डेंजर जोन को शासन प्रशासन ने व्यवस्थित करके उसे यातायात के लिए सुगम बनाया गया है। भीड़ वाले इलाके में सड़क पर ही कई जगह दुकान लगा देते हैं जिसके कारण ट्रैफिक व्यवस्था तो बिगड़ी ही है साथ ही साथ यही दुर्घटना का कारण भी बनता है। ऐसा ही एक दुर्घटना पिछले दिनों पाटन के कॉलेज रोड भरर चौक में देखने को मिली जिसके कारण एक व्यक्ति को अपना जान भी गंवानी पड़ी है।

पाटन के प्रमुख डेंजर जोन
सबसे ज्यादा भीड़ वाले इलाके पाटन के घनी आबादी वाले क्षेत्र बाजार चौक है। इसके बाद भरर चौक पर लोगों का आना-जाना काफी लगा रहता है। यहां पर सड़क के आसपास दुकान लगाई जा रही है जो भी सड़क दुर्घटना का एक कारण है। इसके अलावा जनपद पंचायत के सामने स्वामी आत्मानंद चौक पर गाड़ियों को आव्यवस्थित रूप से खड़ी कर देते हैं। वहीं दुर्ग एवं रायपुर रोड के लिए जो बसे बस स्टैंड निकलती है वह 5 से 10 मिनट तक जनपद कार्यालय के मुख्य गेट के सामने ही खड़ी कर देते हैं। जिसके कारण जनपद की तरफ से जाने वाले लोगों को पाटन बस स्टैंड की तरफ से आने वाले गाड़िया नहीं दिख पाती है जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है। इसके अलावा दुर्ग पाटन मुख्य मार्ग पर फुंडा चौक भी डेंजर जोन में शामिल है। यहां पर बढ़ती हुई सड़क दुर्घटना को देखकर ब्रेकर बनाया गया है लेकिन उसके बाद भी यहां पर संकेतक चिन्ह नहीं होने के कारण ज्यादातर दुर्घटनाएं हुई है। इस जगह पर पिछले दो से तीन सालों में अभी तक करीब तीन लोगों की जान चली गई है। दो ट्रक आपस में टकराई थी इसके अलावा एक बाइक सवार को हाईवे ने ठोकर मार दिया था।

वही दो बाइक चालक आपस में टकराकर भी गिरे थे। दुर्ग से फुंडा होकर रायपुर जाने वाली मार्ग पर लोहरसी के पास सड़क दुर्घटना हुई है। जिसमें एक युवक को भी अपनी जवानी पड़ी। इसके अलावा तर्रा सावनी मोड पर भी दुर्घटना जन्य क्षेत्र माना जाने लगा है । यहां पर सड़क से कुछ ही ऊपर पर पुल है और नहर भी है । अगर दूर से जाते हैं तो नहर नहीं दिखता और स्पीड गाड़ी कंट्रोल नहीं हो पाता और सीधे नहर में जा घुसती है । यही एक कारण है कि आज से करीब डेढ़ साल पहले आयरन और से लदी एक ट्रक यहां के गोवर्धन प्रसाद यादव के घर को तोड़ते हुए अंदर घुस गए थे।। इस घटना में जहां उनके घर तो क्षत्रिग्रस्त हुई है साथ ही साथ ट्रक में सवाल ड्राइवर और दो अन्य लोग भी मौत के गाल में समा गए हैं। इसके अलावा इसी मार्ग पर रायपुर की तरफ आगे बढ़े तो मोतीपुर चौक भी डेंजर जोर माना जाने लगा है । यहां पर एक कैप्सूल वाहन की चपेट में आने से पिता पुत्र की मौत हो गई । इसके अलावा धीरे-धीरे सिकोला से पाटन शराब दुकान वाली सड़क डेंजर जोन बनता जा रहा है इस मार्ग पर वैसे तो कोई खतरनाक मोड़ नहीं है लेकिन इसके बाद भी शराब पीकर तेज रफ्तार वाहन चलाने के कारण दुर्घटना बढ़ी है।