लोकनाट्य चंदैनी में ‘खोखल खल्‍लू’ का मंचन…गुड़ी चौरा सांस्कृतिक संस्था रायपुर तथा संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजन




रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकनाट्य की चंदैनी शैली को विलुप्त होने से बचाने के लिए गुड़ी चौरा सांस्कृतिक एवं साहित्यक संस्था रायपुर तथा संस्कृति विभाग छ.ग. शासन के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय चंदैनी समारोह का आयोजन बोरिया खुर्द नवरंग चौक रायपुर में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप वार्ड 54 के पार्षद प्रतिधिनी चंद्रहास निर्मलकर, अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार अरूण निगम एवं विशेष अतिथि छत्तीसगढ़ी मासिक पत्रिका ‘अंजोर’ के संपादक जयंत साहू, सुरेश धीवर युवा समाजसेवी बोरिया खुर्द उपस्थित थे।


इस अवसर पर लोकखेल उन्नायक, संस्कृति कर्मी चंद्रशेखर चकोर ले कहा कि हमारी संस्था द्वारा विगत कई वर्षों से विलुप्त होती लोक विधायों को सहेजने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें प्रमुख रूप से बांस गीत समारोह एवं चंदैनी समारोह संस्कृति विभाग के सहयोग से किया जाता है। संस्था द्वारा इस विधा को संरक्षण देने के लिए वरिष्ठ कलाकारों की प्रस्तुति के साथ सम्मानित भी करते हैं, साथ ही नये कलाकारों को मंच प्रदान करते हुए नई पीढ़ी को इन विधाओं के बारे में जानकारी दी जाती है।
बोरिया खुर्द के नवरंग चौक में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्रहास निर्मलकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने अपने गांव में वर्षों पहले चंदैनी देखा था, अबतो शहरों के साथ गांवों में ऐसी प्रस्तुतियां देखने को नहीं मिलती।

गुड़ी चौरा संस्था द्वारा प्रतिवर्ष चंदैनी समारोह किया जा रहा है जो कि सराहनीय कार्य है। इस अवसर पर कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार अरूण निगम ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी विशिष्ट लोक कला और साहित्य के लिए देश-विदेश में अलग पहचान रखता है। पंथी और पंडवानी ने तो वैश्विक स्‍तर प्रसिद्धी पायी है किन्‍तु वहीं लोक नाट्य की दूसरी विधा चंदैनी आज देखने को नहीं मिलता है। ऐसे आयोजन वृहद स्तर में प्रदेश भर में होनी चाहिए।


कार्यक्रम में अतिथि उद्बोधन के उपरांत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें बोरिया खुर्द के वरिष्ठ तबला वादक जगत यादव एवं बेंजो वादक प्रकाश जलक्षत्रि का संस्था के ओर से अतिथियों करकमलों से सम्मान हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ कलाकार सुदामा शर्मा, शिव चंद्रकार, गोविंद धनगर, घनश्याम वर्मा, उत्तम ठाकुर, चैनसिंग साहू, प्रभा ध्रुव, मीना विश्वकर्मा, यतीश बंछोर, परमेश्वर कोसे, जितेंद्र सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।