कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा और कृषि विज्ञान केंद्र, पाहँदा के संयुक्त तत्वाधान में स्टेशन मीटिंग (लेवल 1) का किया आयोजन

पाटन । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के तत्वाधान में कृषि महाविद्यालय, मर्रा, और कृषि विज्ञानं केंद्र, पहांदा द्वारा लेवल-1 मीटिंग का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण और के.वी.के, दुर्ग के वैज्ञानिक उपस्थित थे।

कार्यक्रम का आरंभ डॉ. सुशीला, सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.ओ. पी. परगनिहा द्वारा महाविद्यालय और के.वी.के के कर्मचारियों को महाविद्यालय में संचालित परियोजनाओं के बारे में बताया गया, जैसे कि हाई-टेक नर्सरी, टिश्यू कल्चर लैब। उन्होंने तकनीकी स्थानांतरण, किसान मॉल, और उत्पाद को इफेक्टिव चैनल से सेल करने के बारे में भी अपनी विचार प्रगट किया। सभी प्राध्यापकों और वैज्ञानिकों को नए अनुसंधानों और विचारों के लिए आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में कृषि विज्ञानं केंद्र, दुर्ग के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख, डॉ. विजय जैन, द्वारा कृषि विज्ञानं केंद्र, दुर्ग में संचालित समस्त परियोजनाओं के बारे में विवरण दिया गया, और दुर्ग जिले के कृषि और बागवानी क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कहा गया, साथ ही किसान की मनोदशा आधारित खेती के लिए उनके विचारों को भी साझा किया।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण और कृषि विज्ञानं केंद्र के वैज्ञानिकों ने पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के परिणाम और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपने प्रस्ताव पेश किए। इसमें मुख्य रूप से मानव चलित हे बेलन, गैलार्डिया कल्टीवेशन,नैनो यूरिया और स्मार्ट घुरवा जैसे परियोजनाएं शामिल थीं।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. ए. कुरैशी, सह-प्राध्यापक ने किया और आभार डॉ. नितिन कुमार तुर्रे, सह- प्राध्यापक द्वारा किया गया।