पंडरिया। राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा राज्य स्तरीय बाल साहित्य लेखन कार्यशाला का आयोजन पूर्व में रायपुर में रूम टू रीड संस्था के सहयोग से कराया गया। इस कार्यशाला में राज्य के सभी जिलों के साहित्यकार शिक्षकों को चयनित किया गया। जिसमे कबीरधाम जिले से तीन शिक्षक सम्मलित हुए थे ।इस कार्यशाला में कस्तूरबा ग़ांधी बालिका आवासीय विद्यालय की अधीक्षिका कामिनी जोशी द्वारा रचित कहानी नथनी का चयन किया गया, जो कि सोलह भाषाओं में अनुवाद हो गयी है,जिसका सभी राज्यो में जल्द ही विमोचन कर वितरण किया जाएगा।
इससे पूर्व में भी कामिनी जोशी द्वारा बच्चों के लिए कई प्रकार की कविताएं सौर मंडल,कोशिका,उत्कृष्ट धातु,गैलिलियो का अविष्कार , चन्दा मामा, गिलहरी के पंख,मेरे पापा मेरे शिक्षक ,चमत्कारी चुम्बक इत्यादि कविताये कहानी लिखी गयी है जिससे बच्चे लाभन्वित होकर सरल एवम आसान शब्दों में कविताओं के माध्यम से विषय वस्तु को समझ पाते है।इस कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर्स दीपाली जैन ,मुकेश चौधरी ,सीमा मैम, वंशिका द्वारा बच्चों के स्तर एवम परिवेश के अनुरूप कहानी लेखन के विधा एवम नियमो को बहुत बारीकी से बताया गया।
छोटी – छोटी महत्वपूर्ण बातो को ध्यान केंद्रित कर बुक निर्माण के लिए प्रेरित किया गया एवम सभी शिक्षकों के कहानियों ,कविताओं का सामूहिक समीक्षा भी की गई । इस कार्यशाला का उद्देश्य यह था कि कक्षा पहली से तीसरी स्तर की बालक- बालिकाएं जो कहानी, गीत ,कविता किसी माध्यम से आनंदित एवम उत्साहित हो सके।विभिन्न जिलों से आये सभी साहित्यकार शिक्षको द्वारा कार्यशाला में तीन दिवस ट्रेनिंग लेकर अपनी लिखने की शैली को सुधार किया गया। राज्य परियोजना कार्यालय के डॉ एम सुधीश सहायक संचालक समग्र शिक्षा द्वारा भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ ,एवम लिखी कविताओं का चयन हेतु प्रक्रिया कि गयी ।