मातृ शक्ति को पूर्ण रूप से यथार्थ करती हुई डॉक्टर अनुसूईया जोगी की कहानी, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, सिर्फ सीजी मितान पर

उतई । सदियों से महिला समाज परिवार में विभिन्न भूमिकाओं को सहज एवं सरल तरीकों से निभाते हुए आ रही है अगर महिला क्लास रूम में हो तो एक अच्छे शिक्षक, घर पर हो तो अच्छे गृहणी, समाज में हो तो एक अच्छा बहू ,राजनीति में हो तो एक अच्छे लीडर सभी जगह पर अपना दायित्व निभाते हुए देश के विकास में महिला कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है ।इसी कथन को सत्य कर रही है। डॉक्टर अनुसूईया जोगी जो कि शासकीय दानवीर तुलाराम महाविद्यालय उतई में इतिहास की प्रोफ़ेसर है जिन्हें बच्चे एवं उनके अन्य सहपाटी गण लेफ्टिनेंट अनुसूईया जोगी मेंम के नाम से जानते हैं।

एन सी सी क्लास से छात्रों को दिलाई अलग ही पहचान

एन सी सी क्लास के माध्यम से छात्राओं को देशप्रेम, अनुशासन, एकता ,कर्तव्य परायण, आत्म रक्षा करना ,स्वास्थ्य ,दूसरों की मदद करना जैसे अन्य गुण सिखाते हुए उन छात्राओं को समाज में एक अलग ही पहचान दिला रही है लेफ्टिनेंट डॉक्टर अनुसूईया जोगी

सुबह रोजाना के समय से दो घंटा जल्दी उठ जाने पर मिल जाती है समय

लेफ्टिनेंट डॉक्टर अनुसूया जोगी बताती है कि जिस दिन उनका एन सी सी का क्लास होता है उस दिन वह सुबह जल्दी उठ जाती है और अपना घर का सारा काम कर लेती है जिससे घर वालों को कोई परेशानी ना हो। उसके बाद वह सुबह सुबह एन सी सी क्लास के लिए चली जाती है। जहां पर बच्चों की एनसीसी क्लास लेती है। एन सी सी क्लास के बाद बच्चों को इतिहास की क्लास लेती हैं। तथा शाम होने पर घर आकर घर का सारा काम कर लेती है।इस प्रकार घर ,एन सी सी एवं लेक्चर तीनो कार्य कर लेती हैं।

लोगों की तारीफों से मिलती है ऊर्जा

लेफ्टिनेंट जोगी कहती है कि जब छात्रों को एनसीसी ड्रेस में देखता हूं, और जब मेरे काम के लिए मेरे सीनियर मेरे साथी प्रोफेसर तथा बच्चों व मेरे परिवार वाले तारीफ करते हैं। सहराते हैं। तो मुझ में अलग ही ऊर्जा भर जाता है जिससे मैं थकती नहीं हूं और मुझ में काम करने की इच्छा शक्ति बढ़ जाती है। तथा मेरा पूरा परिवार मेरे हर काम में मेरा पूरा सहयोग करती हैं। मेरे परिवार के कारण ही मुझे एक नई पहचान मिली हैं।

मैं अपनी जैसी महिलाओं को कहूंगी कि जब तक महिला शिक्षित और आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होगी तब तक समाज उनकी विचारों को मान्यता नहीं देगी अगर महिला आर्थिक रूप से सक्षम होगी तो किसी भी मुसीबत का सामना करने का सामर्थ्य रखेगी जिससे खुद भी आगे बढ़ेगी और परिवार समाज को भी आगे बढ़ाएगी तथा देश के विकास में सहायक होगी।