कृषि महाविद्यालय मर्रा के छात्रों ने आंगनबाड़ी एवं स्व- सहायता समूह की महिलाओं को सिखाया जैम और जेली बनाना…रावे प्रोग्राम के अंतर्गत विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन

पाटन।संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र मर्रा पाटन के चतुर्थ वर्ष के छात्र- छात्राओं ने रावे प्रोग्राम के अंतर्गत ग्राम आमालोरी के आंगनबाड़ी एवं स्व- सहायता समूह की महिलाओं को फलो के प्रसंस्कृत उत्पाद जैम एवं जेली बनाने की विधि का प्रदर्शन किया।
छात्रों ने अमरूद के फल से जेली व केला, सेब और संतरे से जैम बनाने की प्रक्रिया महिलाओ को सिखाया।इन प्रसंस्कृत उत्पाद का उत्पादन कर स्व- सहायता समूह की महिलायें अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकती है। आंगनबाड़ी एवं स्वसहायता समूह के महिलाओं को प्रसंस्करण की पूर्ण विधि बता कर उनको प्रोत्साहित किया की वें इसको अपने घर पर आसानी से बनाकर अपने अतिरिक्त आय का स्त्रोत बना सकती है एवं यह एक रोजगार का अवसर भी बन सकता है।


इस प्रदर्शन के दौरान आंगनबाड़ी एवं स्वसहायता समूह की कार्यकर्ता प्रीति चंद्राकर एवं गीता चंद्राकर उपस्थित थे ।

छात्रों के द्वारा यह कार्य अधिष्ठाता डॉ. ओ. पी. परगनिहा, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. नितिन कुमार तुर्रे एवं उद्यानिकी के प्राध्यापक सुरेश कुमार बंजारे के नेतृत्व में यह प्रदर्शन महिलाओं के बीच किया गया।