सुनील कुमार यादव शामिल हुए सीसीआरटी (सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेस एंड ट्रेनिंग )के प्रशिक्षण में

नई दिल्ली । सीसीआरटी( सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेस एंड ट्रेनिंग) सांस्कृतिक श्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से देश के के चुनिंदा शिक्षकों को विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित करने का कार्य किया जाता है इस कड़ी में सीसीआरटी नई दिल्ली द्वारा स्कूली शिक्षा में संग्रहालयों की भूमिका पर पांच दिवसीय कार्य शाला का आयोजन दिनांक 21.10.24 से 25.10.24 तक द्वारका सेक्टर 7 दिल्ली में आयोजित हुआ।

इस कार्यक्रम में। भारत के 13 राज्यों के 85 प्रतिभागी भाग लिए इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के 11 प्रतिभागी भी भाग लिए सरगुजा से उदयपुर ब्लॉक के मा शाला पेंडरखी के शिक्षक डॉ सुनील कुमार यादव ने भी भाग लिया इस कार्यक्रम में स्कूल की शिक्षा में संग्रहालयों की भूमिका पर बातचीत हुई देश भर के विषय विशेषज्ञों के द्वारा म्यूजियम की उपयोगिता,देश भर के अलग अलग म्यूजियम की स्थापना उसके उद्देश और क्यों जरूरी है इस विषय पर बताया गया साथ ही राजधानी दिल्ली के प्रमुख स्थान राष्ट्रीय संग्रहालय,क्राफ्ट म्यूजियम साइंस सेंटर दिल्ली और इंडिया गेट का अवलोकन साथ ही सभी जगह के निर्माण कार्य और उसके संरचना में प्राचीन और आधुनिक आवश्यकता पर बात हुई पांच दिन के प्रशिक्षण में अलग अलग विषय के विशेषज्ञों के द्वारा सभी शिक्षकों को बहुत ही शानदार जानकारी उपलब्ध कराई गई।

स्कूली शिक्षा में संग्रहालयों की भूमिका सीसीआरटी दिल्ली द्वारा आयोजित संस्कृति मंत्रालय के सहयोग और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पांच दिवसीय कार्यशाला में छ ग से 11 प्रतिभागी द्वारका सेक्टर 7 दिल्ली विधिवत शुरुआत के बाद स्कूली शिक्षा में संग्रहालयों की भूमिका पर ccrt के अध्यक्ष इंदुलकर सर के द्वारा बहुत ही सुंदर जानकारी प्रदान की गया स्वागत भाषण ड्यूटी डॉरेक्टर आशुतोष शर्मा सर के द्वारा किया ।

भ्रमण और म्यूजियम देखेंगे के लिए नेशनल म्यूजियम दिल्ली ले जाया गया सभी की एंट्री पास के बाद समान की जांच की गई ।उसे बाद म्यूजियम के अलग अलग गैलरी का भ्रमण कराया गया साथ में गाइड प्रदान किए थे म्यूजियम में बौद्ध काल की जानकारी ,विभिन्न प्रकार की गैलरी में अलग अलग विषय वस्तु का दर्शन कराया फिर लन्च ब्रेक के बाद इंडिया गेट का भ्रमण कराया गया फिर उसके बाद वापस ccrt सेंटर वापस लौटे।

तृतीय दिवस आर्ट म्यूजियम और। साइंस सेंटर का भ्रमण कराया गया आर्ट म्यूजियम में 1972 में आयोजित ग्रामीण आवास की प्रदर्शनी रखी गई है जो विभिन्न राज्यों की प्रतिनिधित्व करती है जम्मू कश्मीर ,हिमाचल,कर्नाटक प्रदेश,राजस्थान , उड़ीसा,कर्नाटक तमिलनाडु के साथ वर्तमान में छत्तीसगढ़ की रजवार कुटी रजवार हाउस का सुन्दर मॉडल बनाया गया है जो सरगुजा अंचल की शानदार एक कला और संस्कृति का मिश्रण है उसके बाद साइंस सेंटर में प्राचीन विज्ञान कला लौह युग कांस्य युग से लेकर वर्तमान विज्ञान बहुत ही अच्छा गैलरी रखा गया है

उसके बाद क्राफ्ट आर्ट के बारे में उसी प्रांगण की इंडोर हॉल में क्राफ्ट और कल्चर के बारे में बताया गया फिर क्राफ्ट मेला का भ्रमण कराया गया विषय विशेषज्ञों का अलग अलग विषय व्याख्यान हुआ जो स्कूलों के लिए म्यूजियम तैयार करने में मदद मिलेगी ।अंतिम दिवस वैज्ञानिक मगेश सर का शानदार कार्यशाला हुआ जो प्रकृति और पर्यावरण पर आधारित रहा।फिर ग्रुप फोटो ग्राफ और अंत में प्रमाण पत्र वितरण किया गया समापन में छत्तीसगढ़ से मुझे प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला जिसमें पांच दिन का अनुभव को मंच पर बताया गया सभी साथियों की सहयोग से शानदार रहा।

महिलाएं छत्तीसगढ़ की परिधान में सजी हुई थी जो छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात थी उनके साथ फोटो और सेल्फी के अन्य राज्य के शिक्षक और शिक्षिकाएं अनुरोध करने लगे छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन शानदार रहा अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा भी टीम की सराहना की गई अब स्कूल में म्यूजियम कैसे बनाए इस पर आगे कार्य करेंगेसमापन में  संदीप शर्मा ,अखिलेश दास और आशुतोष सर के हाथों से सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण किया गया