पाटन। छत्तीसगढ़ हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले दुर्ग जिले से करीब 500 डॉक्टरर्स, स्टॉफ नर्सेस एवं आरएचओ 21 अगस्त से 13 सितंबर तक अनिश्चितकालीन हड़ताल में रहे थे इस दौरान छत्तीसगढ़ के बहुत सारे जिलों में 4 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को एस्मा लगाकर बर्खास्त व निलंबित कर दिया गया था जिसमें दुर्ग जिले से 207 आरएचओ महिला व पुरुष कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था । 13 सितम्बर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त तो हो गया था लेकिन निलंबित अमले की बहाली नही हो पाई थी जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम ठप्प पड़े थे जिनकी बहाली के आदेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को जारी किया गया जिसके परिपालन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग द्वारा निलंबित 207 कर्मचारियों का बहाली आदेश जारी कर बहाली किया गया जिसके बाद सभी कर्मचारियों द्वारा अपने अपने ब्लॉक मुख्यालय में जोइनिंग लेकर अपने कार्यस्थल पर उपस्थिति दे दिया गया है।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हेल्थ फेडरेशन के जिला संयोजक पंकज राठौर, सीडा की डॉ विनीता ध्रुव नर्सिंग एसोसिएशन की इंदु उइके ने संयुक्त रूप से निलंबित कर्मचारियों के बहाली के लिए माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया साथ ही कहा कि उन्हें उम्मीद हैं कि वेतनविसंगति दूर करने की उनकी प्रमुख मांग को मुख्यमंत्री जी शीघ्र ही पूर्ण करेंगे।
कर्मचारियों की बहाली से इन कार्यों को मिलेगी गति
नियमित टीकाकरण
पिछले डेढ़ महीने से लगभग बंद पड़े अति महत्वपूर्ण नियमित टीकाकरण कार्यक्रम अब प्रारम्भ हो जाएगा जिसके तहत गर्भवती महिलाओं एवं 0 से 5 साल तक के बच्चों का टीकाकरण शामिल हैं।
संक्रामक एवं मौसमी बीमारियों से बचाव
वर्तमान में ग्रामीण इलाकों में वायरल फीवर एवं अन्य संक्रामक बीमारियों के प्रकोप से ग्रामीण परेशान हैं कर्मचारियों के वापस आने से उनको गांव में ही जांच उपचार एवं सलाह एवं स्वास्थ्य शिक्षा मिलने लगेगी ।
इसके अलावा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के लिए चलाए जाने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम शिशु संरक्षण माह ,मिशन इंद्रधनुष ,गर्भवती महिलाओं की जांच उपचार ,शिशुओं की जांच उपचार एवं परामर्श,परिवार नियोजन परामर्श ,मोतियाबिंद मरीजो की पहचान व ऑपरेशन, टीबी ,कुष्ठ रोगियों का जांच एवं फॉलो अप ,सामान्य बीमारियों का इलाज,जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य,ऑनलाइन व ऑफलाइन रिपोर्टिंग कार्य ,एनीमिया स्क्रीनिंग, मितानिनों के कार्यो की मॉनिटरिंग,विफ़्स कार्यक्रम की मॉनिटरिंग, कुपोषण रोकथाम के कार्य,स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि कार्यो को गति मिलेगी।