पंडरिया।नगर में इन दिनों कुसुम के फल बिकने आ रहे हैं।ब्लाक के वनांचल क्षेत्र के जंगलों में कुसुम के पेड़ बहुतायत मात्रा में पाए जाते हैं।वनवासी सहित क्षेत्र के लोग इसे बहुत ही चाव से खाते हैं। भारत के कई इलाकों में यह फल खाया जाता है।कुसुम का फल देखने में बेर की तरह होता है,लेकिन आकर में कुछ बड़ा होता है। यह स्वाद में खट्टा और मीठा दोनों होता है। इसके अंदर की संरचना बिल्कुल लीची की तरह होती है।
जैसे लीची में एक कवर ऊपर होता है फिर उसके अंदर गूदा और फिर गूदे के अंदर बीज होता है। कुसुम का आयुर्वेदिक महत्व है।कुसुम का फल खाने से डायबिटीज, बालों का गंजापन, पेट के कीड़े मरना और कान में दर्द जैसी परेशानियां दूर होती हैं। बताया जाता है कि कुसुम का केवल फल ही फायदेमंद नहीं होता है, बल्कि इसकी जड़, तेल, पत्ते व छाल भी उपयोग में लाए जाते हैं।
