अंडा।आस्था का प्रतीक -मुनीबाबा मंदिर -बालोद जिले तांदुला नदी के किनारे देवगहन गांव में स्थित मुनीबावा मंदिर धार्मिक स्थल के रूप में समय के साथ प्रसिद्धि की ओर बढ़ रहा है। गांव और नदी के बीच 9 एकड़ भूमि पर विशालकाय इमली पेड़ों के नीचे मुनीदेव बाबा पिछले 200 वर्षों से स्थापित है, जिनके बारे में आज के बुजुर्ग कुछ भी बताने में असमर्थ हैं।बस लोग स्वयं से अपनी मनोकामना हेतु दर्शन के लिए आते हैं। भूतपूर्व सरपंच लोकेंद्र साहू ने सन् 2012 में स्वयं के खर्च से मंदिर एवं परिसर का जीर्णोद्धार करवाया एवं ज्योति कलस की शुरुआत की।
आज मंदिर पुजारी परब बैगा के देखरेख में इस वर्ष 53 श्रद्धालुओं की आस्था रुपी ज्योत कलस जल रही है। लोग अपनी मन्नत पूरी करने मुनीबाबा मंदिर पहुंचते हैं। पूर्व में भाजपा नेता नरेश यदु एवं विश्वास गुप्ता अर्जुंदा द्वारा ज्योति कलस कक्ष निर्माण हेतु सहयोग प्रदान किया गया था। इस वर्ष विधायक कुंवर सिंह निषाद के प्रयास से मंदिर परिसर तक विद्युत पोल तार लगवायी गई है। एकांत वातावरण में मंदिर परिसर का अनुभव बहुत अद्भुत है।
