शिव पार्वती विवाह पर निकली झांकी,मटंग में चल रहे श्रीमद महाशिव पुराण कथा का चौथा दिवस

सेलुद / अंचल के समीप स्थित ग्राम मटंग में चल रहें श्रीमद शिव महापुराण कथा के आज चौथे दिन सती चरित्र एवं शिव पार्वती कथा पर प्रवचन किया गया साथ ही शिव पार्वती विवाह पर सुन्दर झांकी निकाली गई !

कथा वाचक पंचकोसी धाम पिंगेश्वर पुरोहित परमानंद महराज ने आज माता सती के चरित्र का वर्णन किया! उन्होंने बताया की जिस प्रकार से माता सती भगवान शिव के लाख मना करने बाद भी अपने पिता राजा दक्ष के घर बिना आमंत्रण के चली गई, उसके बाद माता सती को अपने शरीर को त्यागना पड़ा!
उसी प्रकार से मातृ शक्ति को भी अपने मायका हो या अन्य स्थान कभी भी बिना आमत्रंण के नही जाना चाहिए और ना ही मायका जाने के लिये जिद करना चाहिये! विवाह के पश्चात पति के आज्ञा का ही पालन करना चाहिए! माता सती का चरित्र सीखाता है जंहा पति का सम्मान नही हो वंहा पर जाना नही चाहिए!
आगे भगवान शिव और पार्वती की विवाह पर बच्चों के द्वारा सुन्दर झांकी निकालकर मंचन किया! शिव पार्वती विवाह का लोगों ने खूब आंनद लिया साथ ही भक्ति में लीन होकर भजन में जमकर नाच गाना किया! भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह में लोगों ने टीकावन भेंट किया!
इस अवसर पर पोशुराम निर्मलकर, भागवत वर्मा, रमेश वर्मा, घनश्याम पटेल,मनोज साहू, तेनसिंह निर्मलकर, जीतेन्द्र चंद्राकर, सुशील वर्मा, भानु निर्मलकर, प्रेम पटेल, बिसाहू चंदन, रोहित निर्मलकर, बल्दु राम, घालवदास वैष्णव, अनीता वैष्णव, सविता साहू, पार्वती साहू, दानीराम पटेल सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहें!