आशीष दास
कोंडागांव/विश्रामपुरी । भारत ही नहीं पूरे दुनिया में लोक कल्याणकारी सार्वभौमिक प्रार्थना के रूप में वैज्ञानिक रूप से प्रतिपादित विश्व विख्यात गायत्री महामंत्र जिसमें ईश्वर से सबके लिए सद्बुद्धि की प्रार्थना की गई है, इस पर पिछले दिनों विकासखंड माकड़ी के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला छिंदपारा कावरा के प्रधान पाठक नानजात मरकाम द्वारा अभद्र व्याख्यान तथा युग शक्ति मां गायत्री और भगवान ब्रह्मा, तथा सनातन संस्कृति पर अशोभनीय टिप्पणी कर सोशल मीडिया में वायरल किए जाने से समाज के सभी वर्गों में काफी नाराजगी रहीं है । जिस पर अंततः जिला शिक्षा अधिकारी कोंडागांव द्वारा आरोपी प्रधान पाठक नानजात के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत दोषी पाए जाने पर 04 जुलाई 2022 को सेवा से निलंबित किया गया है।
ज्ञात हो कि आरोपी के विरुद्ध माकड़ी थाना में भारतीय दंड विधान की धारा 195 क एवं 505(२)तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए माननीय सत्र न्यायालय कोडागांव ने आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है ।अतएव आरोपी फरार होने के कारण पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसके चलते सर्व हिंदू समाज एवं विभिन्न आध्यात्मिक संगठन, अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन धरना प्रदर्शन करने की सुगबुहाट अंदर खाने में पनप रहीं है और कभी भी चिंगारी के रूप में दावानल का रूप ले सकता है । शिक्षक का कार्य समाज एवं छात्रों को दिशा देकर राष्ट्र का नव निर्माण करना है जब शिक्षक ही ऐसे कार्य करेंगे राष्ट्र का भविष्य क्या होगा इस पर समाज के सभी वर्गों ने निंदा एवं चिंता व्यक्त की है। विगत कुछ वर्षों से बस्तर में ऐसे ही घटनाएं सामने आ रही हैं जिसमें संविधान के विभिन्न धाराओं का गलत व्याख्यान करना समाज को दिग्भ्रमित करना और भारतीय संस्कृति के प्रति झूठे लेख लिखकर सोशल मीडिया में वायरल करने जैसी बातें सामने आ रही है ।जिसके पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें काम कर रही है एवं हमारे बीच के ही भाई उसमें जयचंद बन जाते हैं। समाज के प्रबुद्ध वर्गों के साथ सभी का कहना है कि ऐसे निंदनीय कार्य करने वाले को दंड मिलना आवश्यक है। एक शिक्षक की जीवन भर का पूंजी उसका मान सम्मान ही है और उक्त शिक्षक के द्वारा गुरुत्तर धर्म का पालन नहीं करना समझ से परे है जो कि पूर्णतः निंदनीय एवं अशोभनीय कृत्य है। उक्त शिक्षक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग सभी धार्मिक संग़ठनों ने किया है।