पंडरिया।शिक्षक संघर्ष मोर्चा गठित कर शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों द्वारा 18 जुलाई को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।जिसमें ब्लाक के सैकङो शिक्षक,प्रधान पाठक,व्याख्याता एलबी संवर्ग के शिक्षक शामिल हुए।ब्लाक संचालक मोहन राजपूत,बलदाऊ चन्द्राकर व सुरेश ठाकुर ने बताया कि शिक्षक एलबी 1998 से कार्य कर रहे हैं।सरकार द्वारा ओल्ड पेंशन तो लागू कर दिया गया है।

लेकिन पेंशन के लिए 1998 से सेवा की गणना नहीं कि जा रही है।जिसके चलते शिक्षकों को केवल आंशिक पेंशन मिलेगा।पूर्ण पेंशन का लाभ नहीं मिल पायेगा।उन्होने बताया की केंद्र सरकार द्वारा 20 वर्ष की सेवा पर पूर्ण पेंशन दिया जाता है,जबकि राज्य सरकार द्वारा 30 वर्ष सेवा पूर्ण करने पर पूर्ण पेंशन दिया जाता है।जिसके चलते शिक्षकों को पूर्ण पेंशन का लाभ नहीं मिल पायेगा।इसके साथ ही सहायक शिक्षक के वेतन में शिक्षक व व्याख्याता के वेतन की तुलना में अनुपातिक अंतर अधिक है।श्री राजपूत ने बताया कि चुनाव पूर्व कांग्रेस पार्टी द्वारा इस विषमता को स्वीकार करते हुए सरकार बनने पर दूर करने का वादा किया गया था,तथा अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया गया था।


किंतु सरकार के पांच वर्ष पूरे होने वाले हैं जिसके बाद भी इस विषमता को दूर करने कोई पहल नहीं किया गया है।इसके अलावा क्रोमोन्नति, मंहगाई भत्ता सहित अनेक मांगों को सरकार द्वारा पूरा नहीं किया गया है।जिससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।उन्होने बताया कि उक्त मांगों को लेकर राजधानी रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था,मांग पूरी नहीं होने पर 31 जुलाई से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।आंदोलन में मुख्य रूप से मोहन राजपूत,बलदाऊ चन्द्राकर, सुरेश ठाकुर,चंद्रप्रकाश राजपूत,मनीराम ध्रुव,हमीद खान,निरंजन जायसवाल,किलेश्वरी सांडिल्य,नरेंद चंद्रवंशी,भागवत साहु,कुमार चन्द्राकर,द्वारिका धुर्वे,प्रवीण तिवारी, भगवान सिंह,मोरध्वज डड़सेना,विजय गिरी गोस्वामी,विनोद जायसवाल, आशीष गुप्ता,संतोष साहू,प्रमोद पाठक,ब्लाक के सहित सैकड़ो शिक्षक शामिल थे।