राजकुमार सिंह ठाकुर
पंडरिया । वस्त्रदान अभियान के अन्तर्गत वस्त्रदान समिति बेमेतरा के द्वारा आभावग्रस्त वनवासी परिवारों को वस्त्र प्रदान करने का कार्य सतत् जारी है। समिति ने अभियान के चौथे वर्ष पण्डरिया ब्लॉक के तेलियापानी (लेदरा) ग्राम पंचायत जिसमें मराडबरा, चकमक टोला व झूमर के अभावग्रस्त परिवारों को रविवार को वस्त्रों का वितरण किया ।वनांचल के कुल 1656 (बैगा बहुल) में अधिकतर लोगों को वस्त्र दिया गया । इसके साथ ही प्रत्येक परिवार में एक नया कम्बल, दो धोती तथा प्रत्येक महिला को दो नयी साड़ियां भी प्रदान की गयी । उक्त सेवा कार्य में लगभग 280 परिवारों को त्वरित सहायता प्राप्त हुआ।इससे पूर्व के वर्षों में समिति द्वारा अमनारा, बोक्करखार, तेलियापानी धोबे,आगरपानी,बोहिल में कपड़ा वितरण किया जा चुका है।इन क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम में एक ही प्रकार के वस्त्रों की मांग नहीं रहती है।इसीलिए बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है । हालांकि समिति सभी वर्ग एवं सभी प्रकार के कपड़ों को लेकर जाती है ।वस्त्रदान समिति, छत्तीसगढ़ के समिति के कुशल नेतृत्वकर्ता एवं समिति के प्रदेश संयोजक डॉ॰ अविनाश तिवारी ने बताया कि जनसहयोग से चलित यह एक बड़ा सेवा कार्य है। जिसका सम्पूर्ण श्रेय वस्त्र प्रदान करने वाले परिवारों एवं समिति के समर्पित कार्यकर्ताओं को जाता है। जो निःस्वार्थ भाव से अंतिम हितग्राही तक पहुँचाते हैं।उन्होंने बताया कि समिति के बीस कलेक्शन सेंटर हैं,जहां समिति के सदस्य वस्त्र कलेक्शन करने जूट जाते हैं।पूरे वर्ष भर वस्त्र कलेक्शन कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता है।वस्त्र वितरण के दौरान वस्त्रदान समिति प्रदेश संरक्षक दिनेश साहू, मोहन राजपूत, संजय शर्मा, संजय भाथरे,अनिल शर्मा, उमाशंकर वैष्णव,चैतन्य जीत्तू तिवारी,धर्मेन्द्र शर्मा,विकास श्रीवास्तव, शिव केडिया,दिनेश दीवान,प्रताप पाल,ज्ञानेन्द्र ठाकुर, मार्तण्ड ठाकुर,चन्द्रप्रकाश राजपूत, गंगाधर राव,हनी परिहार, अखिलेश शर्मा,हर्ष यादव, किशोर शर्मा,रिंकू शर्मा,संतोष जायसवाल एवं भूपेन्द्र ठाकुर शामिल थे।


आश्रम में कंबल व ड्रेस वितरण-

स्मृति में बैगा आदिवासियों को भोज कराया-
कवर्धा के वृंदावन रेस्टोरेंट एवं कैटरिंग के संचालक जीत्तू वैष्णव द्वारा अपने पिताजी एवं चाचाजी की स्मृति में वनांचल ग्राम तेलियापानी के लगभग 400 से अधिक लोगों को दोपहर का भोजन कराया गया,इसके साथ ही वस्त्र दान समिति के 25 से अधिक लोगों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की गई।जितेंद्र वैष्णव ने बताया कि अपने रिश्तेदार व मित्रों को भोज कराते ही रहते हैं।उन्होने बताया कि उन्हे गरीब बैगा आदिवासियों को भोज कराने इच्छा थी। जिसके के चलते भोज कराया गया।
