पाटन। ब्लॉक के ग्राम झिट में चल रहा आरोप प्रत्यारोप थमने का नाम नही ले रहा है। सरपंच श्रीमतीं शशिकला सिन्हा ने जानकारी दिया कि स्थानीय जनपद सदस्य द्वारा सरपंच और सचिव पर जितने भी आरोप लगाया गया है वो सब गलत है। सूचना के अधिकार के जानकारी के लिय जो 33 हजार का डिमांड का बात कही गई है वह एक संभावित राशि है। तीन साल का जानकारी मांगे थे जिसके फोटो कॉपी का कीमत राशि जमा करने डिमांड सूचना अधिकारी के माध्यम से भेजे गए थे ।।इसके अलावा जो फर्जी बिल लगाने का आरोप लगाया गया वह बेबुनियाद है। सभी खर्च की है राशि का आडिट पंचायत द्वारा कराया गया है। श्रीमतीं शशिकला सिन्हा ने बताया कि जो मास्टर रोल में दस्तखत व अंगूठा का उल्लेख किया है। जबकि नियम के तहत दस्तखत व अंगूठा दोनों लिया जाता है। एसवेंचर खो खो ग्राउंड व टैंट के नाम पर 26 हजार खर्च का उल्लेख किया गया उसके बारे में बताया कि दो दिवसीय आयोजन किया था। उसके अलावा कोरोना काल मे खर्च किये थे उन सबको मिलाकर यह राशि खर्च की है। उन्होंने बताया कि जनपद सदस्य अंशु रजक को साहू भवन का निर्माण के लिए ठेका दिया था जिसको भी वो समय पर पूरा नही कर पाए। न ही जो पैसा वापस करना था उसे भी अब तक वापस नही किया है।
सरपंच श्रीमती शशिकला सिन्हा ने बताया कि महिला सरपंच होने के नाते मुझे जबरन मानसिक प्रताड़ना दिया जा रहा है। उन्होंने जनपद सदस्य अंशु रजक पर आरोप लगाया कि पंचायत में आकर जबरन पंचायत के कार्यो पर हस्तक्षेप किया जाता है।