सियान सदन में गांधी जी एवं शास्त्री जी की जयंती मनाई गई, संगोष्ठी भी हुई

कुम्हारी। बुधवार को सियान सदन कुम्हारी में गांधीजी एवं शास्त्री जी की जयंती मनाई गईं।
शास्त्री जी व गाँधी जी के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्वलित कर उन्हें स्मरण किया गया पश्चात संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।

इस अवसर पर सियान सदन के अध्यक्ष मुरारी लाल साव ने गाँधी जी के विचारधाराओं की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा की उस समय गांघी जी को देश की जरूरत थी आज देश को गाँधी जी की जरूरत है वे भले नहीं है किन्तु उनकी विचारधारा उनके कार्य उनकी सोच उनके सिद्धांत जनमानस में व्याप्त है। समग्र विकास की सफलता सम्भव है उनके मार्ग पर चले और आदर्शो का पालन हो। हर वर्ग के लिए उनके विकास के लिए उनके द्वारा प्रतिपादित योजनाओं का अमल होना चाहिए।

दीनहीनो की सेवा से लेकर ग्राम सुराज तक स्वछता से लेकर योग दिनचर्या तक हर व्यक्ति के लिए बुनियादी जरूरत है।देश के महान सपूतो में लाल बहादुर शास्त्री जी एक है। उनका सपना भारत के किसान हमारी आर्थिक व्यवस्था की रीढ़ है उनके विकास के लिए अनेकानेक योजनाएं हो। सेवा निवृत व्याख्याता सुश्री एन लक्ष्मी ने गाँधी जी की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा आज पूरा विश्व गाँधी जी की विचारधारा से प्रभावित है वे विश्व नेता के रूप में पूजनीय है।

शास्त्री जी बिरले है जिन्होंने संकट काल में अपनी मेघा शक्ति का परिचय दिया। विदेश नीति में उनका योगदान है।बी एल साहू सचिव ने कार्यक्रम को संचालित करते हुए कहा गाँधी जी के अविस्मरणीय भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। जय जवान जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री को भारत का महान सपूत बताते हुए उनके कार्यों के बारे में बताया।बच्चों ने अपनी अपनी सुन्दर कविताओं से कार्यक्रम में सहयोग दिया।