बोरेंदा और कौही में चल रहा है रेत का काला खेल, बिना अनुमति खारुन नदी से निकाल रहे है रेत, शासन को हो रहा राजस्व का नुकसान, जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी से मिलीभगत की आशंका जता रहे ग्रामीण


बलराम यादव/ कल्याणी साहू
पाटन। पाटन ब्लॉक के ग्राम कौही और बोरेंदा में इन दिनो रेत माफिया काफी सक्रिय है। इन गावों में खारुन नदी से अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है। रेत का अवैध उत्खनन करने वालो शासन प्रशासन का डर नहीं है।  दिन दहाड़े रेत का काला खेल चल रहा है। जिन जिम्मेदारो पर इन पर रोक लगानी चाहिए उनकी चुप्पी से ग्रामीण अब उन पर मिली भगत की आशंका जता रहे है। इस सबमें सरकार को काफी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बताता जाता है रेत से भरे गाड़ियों को रानीतराई पुलिस द्वारा रोक कर पता साजी किया जाता है। लेकिन बैगर रायलटी के चलने वाले इन वाहनों पर कार्रवाई नहीं होती। इस पर पुलिसिया जांच भी संदेश के घेरे में है। मुख्यमंत्री के गृह विधानसभा में इस तरह का कार्य होने से लोगो में काफी हैरानी है। बिना नंबर प्लेट के गाड़ियों में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। पुलिस जांच के नाम पर गाड़ियों को खाना के सामने रुकवाती जरूर है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नही होता। बिना नंबर प्लेट के चल रही इन गाड़ियों पर रानितराई पुलिस क्यों मेहरबान है इसे लेकर भी क्षेत्र में चर्चा गर्म है। बहरहाल रेत का अवैध खनन करने वालो तथा परिवहन करने वालो पर कार्रवाई किया जाना चाहिए।

बड़े ठेकेदार कर रहे है डंप
ग्रामीणों ने अनुसार इस क्षेत्र में कई सफेदपोश लोग ठेकेदारी का काम करते है। वही कई लोग ट्रेडर्स के काम से जुड़े है। अभी एक माह बाद बरसात लग जायेगी इसकी बाद नदी में पानी शुरू हो जायेगा। तब क्षेत्र में रेत की किल्लत हो जायेगी। इस कारण रेत का डंप करके रखा भी जा रहा है। बताया जाता है की नदी से बिना अनुमति रेत खनन का अलग हो तरीका ठेकेदारों तथा ट्रेडर्स संचालक द्वारा निकाला गया है। वर्तमान में बड़े बड़े हाइवा लगाने से सभी के नजर में आ जाएंगे। साथ ही लोडिंग करने के लिए जेसीबी  या फिर लोडर चैन गाड़ी का जरूरत पड़ती है। इसमें खर्च ज्यादा होने के साथ साथ ग्रामीणों के भीं नजर में आ जाते है। यही कारण है की ट्रेक्टर में मजदूर लगाकर  रेत का अवैध खनन परिवहन किया जा रहा है। ठेकेदार ट्रेडर्स संचालक धीरे धीरे कर रेत का भंडारण कर रहे है। जिसे बरसात के समय महंगे दर पर बेचा जाएगा।