15 जुलाई को हमर गँवई गाँव पुस्तक का होगा विमोचन

बेरला। छत्तीसगढ़ के उभरते हुए साहित्यकार राजकुमार निषाद “राज” जो कि दुर्ग जिले के धमधा क्षेत्र के एक छोटे से गाँव बिरोदा के निवासी हैं। जिनके संपादन में एक छत्तीसगढ़ी काव्य साझा संग्रह “हमर गँवई गाँव” पुस्तक प्रकाशित हुआ है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ के लगभग 50 वरिष्ठ एवं नवोदित रचनाकारों की रचनाएं समाहित हैं। जिसमें छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति, तीज-त्यौहार, खान-पान, बोली भाषा, रहन-सहन, एवं ग्रामीण परिवेश की झलकियां पाठक को अपनी ओर आकर्षित करेगी।
संपादक ने छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए इस पुस्तक के माध्यम से एक नये पहल की सुरूवात की है।
पुस्तक के लिए छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गीतकार व साहित्यकार रामेश्वर वैष्णव एवं दुर्गा प्रसाद पारकर ने अपनी शुभकामनाएं प्रदान की हैं। बेरला क्षेत्र के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डॉ. राजेंद्र पाटकर ‘स्नेहिल’ द्वारा गहन अध्ययन के पश्चात शानदार भूमिका प्रस्तुत की गई है । उक्त किताब के सह-संपादक ओज कवि कमलेश वर्मा हैं। संपादक राजकुमार निषाद ने पहली दफा छत्तीसगढ़ी काव्य साझा संग्रह का सम्पादन किया है इसके माध्यम से उन्हें काफ़ी कुछ सिखने को मिला । हमर गँवई गाँव नामक पुस्तक का विमोचन दिनांक 15 जुलाई 2023, दिन शनिवार को सुग्घर साहित्य महोत्सव के अवसर पर बेमेतरा क्षेत्र के विधायक आशीष छाबड़ा के कर कमलों से सामुदायिक भवन बेरला में संपन्न होगा ।