आशीष दास
कोंडागांव/बोरगांव । कोंडागांव जिले के नगर पंचायत फरसगांव में लगता है कि ठेकेदारों का राज चल रहा है। ऐसा इसलिए है कि ठेकेदारों की मनमानी के चलते हैं आम लोग परेशान हो रहे हैं बावजूद इसके नगर पंचायत कोई ध्यान नहीं दे रहा है। नगर प्रशासन की कार्यवाही न केवल अचरज में डालने वाली है बल्कि जिस तरह से यहां लापरवाह ठेकेदारों को अपनी मनमानी करने दिये जा रहा है उससे स्थानीय लोगों के बीच अब नगर प्रशासन के विरूद्ध आक्रोश पनपता दिखाई दे रहा है।नगर पंचायत क्षेत्र में बरसों पुरानी कई निर्माण कार्य जैसे नाली निर्माण, भवन आदि निर्माण अधूरे पड़े हैं साथ ही गुणवत्ता हीन कार्य का भी आरोप लगने के बावजूद इस पर नगर पंचायत द्वारा कोई कार्यवाही न करना सवाल उठना लाजमी है।

नाली हेतु गड्ढा खोदकर काम किया बंद_ ऐसा ही एक मामला नगर पंचायत क्षेत्र के सबसे बड़े साप्ताहिक बाजार का है जहां 3 सप्ताह से ऊपर हो गया ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण हेतु गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया और काम बंद कर दिया गया। नाली बनाने हेतु खोदे गए गड्ढे से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है, साथ ही गड्ढे से लगे हुए सीसी सड़क पर ठेकेदार द्वारा गिट्टी, रेत डम्प कर देने से लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कत हो रही है।
साप्ताहिक बाजार के दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ीं- साप्ताहिक बाजार के दुकानदारों ने कहा कि सोमवार को क्षेत्र के सबसे बड़े साप्ताहिक बाजार फरसगांव का है जहां दूरदराज से व्यापारी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग इस बाजार में आते हैं। नाली निर्माण ठेकेदार द्वारा गड्ढा खोद देने से दुकान का सामान खाली करने के लिए बाजार के अंदर तक गाड़ी लाना मुश्किल हो गया। तीन सोमवार हो गया वे दुकान लगा नहीं पा रहे हैं साथ ही बाजार के दिन उस गली में भीड़ भाड़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इस पर नगर पंचायत ध्यान नहीं दे रहा है जिसके चलते लोगों आक्रोशित नज़र आ रहे हैं। बता दें कि साप्ताहिक बाजार को छोड़कर आम दिनों में भी इस सड़क से लोगों व पालतू पशुओं का काफी आना-जाना है और ठेकेदार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था न कर गड्ढा खोदकर छोड़ देना किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दिया जा रहा है।
क्या कहते हैं सीएमओ फरसगांव- इस विषय पर नगर पंचायत फरसगांव के सीएमओ अशोक चौहान से बात करने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हमें सूचना मिली और हमने ठेकेदार से जल्दी से जल्दी नाली निर्माण कार्य पुरा करवाने को कहा गया।