आशीष दास
कोंडागांव । कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिले के सुदूर अंचलों में बसे गांवों बड़ेडोंगर, गोड़मा, उरन्दाबेड़ा, कोनगुड़, कन्हारगांव एवं बारदा का दौरा किया। इस दौरान सर्वप्रथम वे बड़ेडोंगर पहुंचे। जहां उन्होंने धान संग्रहण के लिए बनाये जा रहे धान चबुतरे के निर्माण कार्य का अवलोकन किया साथ ही मौके पर उपस्थित बड़ेडोंगर की रोजगार सहायक हेमलता से मुलाकात कर उत्कृष्ट कार्यों के लिए उनकी सराहना की। इसके पश्चात् उन्होंने बड़ेडोंगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच ईलाज हेतु आये मरीजों से बात करते हुए केन्द्र के संबंध में जानकारी ली साथ ही केन्द्र में जाकर आवश्यक दवाईयों की संख्या एवं डॉक्टरों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी ली गई। इस दौरान अस्पताल में स्थापित बोर में दूषित पानी आने के संबंध में जानकारी डॉक्टरों एवं सरपंच द्वारा दी गई। जिसपर कलेक्टर ने जल्द से जल्द पम्प को सहीं कराकर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इस दौरान सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा रनिंग वॉटर की व्यवस्था, मंदिर के नीचे स्थित तालाब के सौंदर्यीकरण की मांग की गई। जिसपर कलेक्टर द्वारा जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया गया। इसके पश्चात् कलेक्टर ने गोड़मा में मनरेगा श्रमिकों द्वारा बनाये जा रहे तालाब का निरीक्षण करते हुए श्रमिकों से चर्चा की गई।
उरन्दाबेड़ा प्री मेट्रिक छात्रावास अधीक्षिका को कलेक्टर ने दिया नोटिस:-
इस दौरान कलेक्टर ने उरन्दाबेड़ा स्थित प्री मेट्रिक कन्या छात्रावास में जनपद पंचायत सीईओ सीमा ठाकुर के साथ निरीक्षण किया। जहां छात्रावास कर्मियों से अधीक्षिका के संबंध में पूछे जाने पर अधीक्षिका के आश्रम में निवास न करने के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। जिसपर कलेक्टर द्वारा अधीक्षिका के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया। छात्रावास में कलेक्टर द्वारा व्यवस्थाओं के संबंध में बच्चों से जानकारी ली गई। इस दौरान उन्होंने कक्षा 10वीं की छात्राओं से छात्रावास की व्यवस्थाओं एवं भोजन व्यवस्था के संबंध में बात की जिसमें बालिकाओं द्वारा खेलों के सामान, नवीन गद्दों एवं मच्छरदानी की मांग की गई। जिसपर कलेक्टर द्वारा जल्द आपूर्ति हेतु निर्देश दिये गये।
इसके पश्चात् उन्होंने हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर उरन्दाबेड़ा का निरीक्षण किया। जहां केन्द्र के बिस्तरों एवं गद्दों की स्थिति सहीं नहीं पाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए इन्हें जल्द ठीक करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उरन्दाबेड़ा से कोनगुड़ मार्ग पर गढ्ढों को देखते हुए कलेक्टर ने रोड़ निर्माणकर्ता ठेकेदार को नोटिस देते हुए जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराकर इसकी जिओ टैगिंग कर जिला कार्यालय को सूचित करने के निर्देश दिये।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं से की चर्चा :-
इसके पश्चात् उन्होंने ग्राम पंचायत कन्हारगांव स्थित गोठान का निरीक्षण किया। जहां स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से उनकी मांगों के संबंध में चर्चा की। जिसपर महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट विक्रय के लाभांश के लंबित होने के संबंध में बताया साथ ही बटेर पालन की इच्छा जाहिर की। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा गांव में लो वॉलटेज के संबंध में जानकारी दी गई। जिसपर कलेक्टर द्वारा जल्द निदान हेतु निर्देशित किया गया।
कोनगुड़ में निर्माणाधीन 500 सीटर छात्रावास का किया निरीक्षण:-
कलेक्टर ने कोनगुड़ पहुंच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों से व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की एवं कोनगुड़ में निर्माणाधीन 500 सीटर छात्रावास एवं निर्माणाधीन स्कूल भवनों का निरीक्षण किया। जिसमें निर्माण की गुणवत्ता एवं तीव्र गति से निर्माण हेतु कलेक्टर ने ठेकेदार की प्रशंसा की। इस अवसर पर गांव के ग्रामीणों द्वारा पुलिया निर्माण के संबंध में मांग की गई। जिसपर कलेक्टर ने इसके जल्द निर्माण हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके पश्चात् उन्होंने बारदा के निकट बनाये जा रहे 125 मीटर लम्बे पुल के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।
अपने दौरे के दौरान कलेक्टर ने बारदा नदी, उरन्दाबेड़ा नाला एवं कन्हारगांव में स्थित नालों के जल संग्रहण क्षमता को बढ़ाने के लिए सिल्ट एवं रेत को जल प्रवाह मार्ग से हटाकर नालों को संरक्षित करने के साथ क्षेत्र के समस्त ऐसे नाले जो संकट की अवस्था में हैं उनका एक सप्ताह के भीतर चिन्हांकन कर उन्हें पुर्नजीवित करने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ प्रेमप्रकाश शर्मा, एसडीएम फरसगांव, जनपद पंचायत सीईओ सीमा ठाकुर, एसडीओ सचिन मिश्रा, परियोजना अधिकारी त्रिलोकी अवस्थी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।